Kanwar Yatra:आने वाले महीनों में कई बड़े आयोजन होने हैं इनमें रचा था और सावन महीने की कावड़ यात्रा(Kanwar Yatra) शामिल है ऐसे में बढ़ते कोरोना (Corona) मामलों ने सरकार(Government) की चिंताएं बढ़ा दी है।इन सभी परेशानियो को देखते हुए केंद्र सरकार (Central Government) ने राज्य सरकार (State Government) के लिए कई करोना से बचाव के निर्देश जारी किए हैं। जिसका पालन कर के संक्रमण को रोका जा सकता है साथ ही सरकार ने उन व्यक्तियों को इन आयोजनों से दूर रहने की बात कही है जिनमें किसी भी प्रकार की कोरोना के लक्षण दिखाई दे रहे हैं।
कोरोना (Corona)मामलों को ध्यान में रखकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण (Rajesh Bhushan)ने छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh)के मुख्य सचिव को एक पत्र भेजा है जिसमें उन्होंने कहा है कि इस बढते कोरोना संक्रमण के मामलों में कई स्थानों में वृद्धि देखी जा सकती है। अगले महीने कई धार्मिक आयोजन होंगे जिनसे भीड़ बढ़ सकती है। ऐसे में केंद्र सरकार और राज्य सरकार को आपस में मिलकर संक्रमण को बनने से बचाना होगा साथ ही उन्होंने कई दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं। Kanwar Yatra
कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए यह निर्देश
1.जहां ऐसी यात्राएं अथवा बड़े आयोजन होने जा रहे हैं वहां लोगों को बताया जाए कि इसमें भाग लेने के लिए असिम्टेमेटिक और पूरी तरह वैक्सीनेटेड होना होगा। यानी जिसमें कोरोना के लक्षण हों वह आयोजन में भाग नहीं ले सकता। जरूरत पड़े तो बुनियादी और प्रिकॉशनरी टीकाकरण का एक अभियान भी शुरू किया जा सकता है।
2.ऐसे आयोजनों से जुड़े लोग, वॉलंटियर, पुलिस, प्रशासन के लोग, स्वास्थ्य कर्मी और फ्रंटलाइन वर्कर्स को भी बिना लक्षणों के होना और पूरी तरह वैक्सीनेटड होना जरूरी किया जाए।
3.बुजुर्गों, हाइपरटेंशन, डायबिटीज, क्रोनिक लंग, क्राेनिक लीवर, क्रोनिक किडनी की बीमारियों से जूझ रहे लोग अगर ऐसे आयोजन में आना चाह रहे हैं तो उनके लिए एहतियात जरूरी है। उन्हें अपने डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
4.यात्रा के मार्गों को चिन्हित कर वहां स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। आयोजक और जिला स्वास्थ्य विभाग मिलकर जगह-जगह हेल्थ डेस्क बनाए। वहां कोरोना जांच की भी सुविधा हो। गंभीर मरीजों को रिफर करने और उन्हें दूसरे अस्पताल ले जाने की भी व्यवस्था हाे।
5.प्रशासन की ओर से आयोजन से जुड़े लोगों की मदद से कोरोना के बचाव के उपाय और अनुकूल व्यवहार यानी मास्क आदि का उपयोग करते रहने के प्रति जागरुक किया जाए।
6.यह ध्यान रखा जाए कि यात्रा के पड़ावों पर लोगों के ठहरने की सुविधा खुले अथवा हवादार जगह पर हो ताकि संक्रमण की संभावना कम हो।
आयोजकों के साथ मिलकर सुनिश्चित किया जाए कि वहां साफ-सफाई के साथ संक्रमण रोकने वाली दवा का छिड़काव भी समय-समय पर होता रहे।
राज्य सरकार अपने अस्पतालों, मानव संसाधन, दवाओं और उपकरणों की समीक्षा कर ले।