दिल्ली में ‘लॉकडाउन’ जैसे हालात! 306 उड़ानें कैंसिल, ट्रेनें चल रही घंटों लेट

दिल्ली : घने कोहरे की चपेट में है दिल्ली। दृश्यता बेहद कम होने के कारण इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI) पर विमानों की आवाजाही बुरी तरह प्रभावित हुई है। शुक्रवार और शनिवार के बीच कुल 306 उड़ानें रद्द करनी पड़ीं, जबकि 700 से अधिक उड़ानें देरी से चलीं। इनमें 177 उड़ानें शुक्रवार को और 129 उड़ानें शनिवार को रद्द की गईं। रद्द उड़ानों में दो अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट भी शामिल थीं।
कोहरे का असर रेल यातायात पर भी पड़ा है। पटना तेजस राजधानी, संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस, दुरंतो एक्सप्रेस और विक्रमशिला सुपरफास्ट जैसी कई ट्रेनें घंटों की देरी से चल रही हैं। इससे हजारों यात्री फंसे हुए हैं और परिवहन व्यवस्था चरमराई हुई है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने शनिवार के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। सफदरजंग मौसम केंद्र पर शुक्रवार सुबह दृश्यता शून्य दर्ज की गई, जबकि पालम में यह घटकर केवल 50 मीटर रह गई थी। अधिकारियों ने बताया कि रविवार और सोमवार को भी कई इलाकों में घना कोहरा बने रहने की संभावना है।
कोहरे के साथ-साथ दिल्ली में वायु प्रदूषण भी गंभीर स्तर पर पहुंच गया है। शुक्रवार को दिल्ली का 24 घंटे का औसत AQI 374 दर्ज किया गया, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। सुबह के समय AQI बढ़कर 382 तक पहुंच गया, जो गंभीर स्तर (401) के करीब है। शहर के 40 में से 11 निगरानी केंद्रों पर हवा की गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में दर्ज की गई।
दिल्ली में लगातार नौवें दिन हवा की गुणवत्ता बहुत खराब या गंभीर श्रेणी में रही। NCR में वाहनों के खिलाफ सख्त जांच अभियान चलाया गया और हजारों चालान काटे गए, लेकिन प्रदूषण में सुधार नहीं हुआ। सुप्रीम कोर्ट ने भी हाल ही में प्रदूषण नियंत्रण के तात्कालिक उपायों को विफल करार दिया था।
आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार को प्रदूषण में वाहनों का योगदान 15.72% रहा। शनिवार को यह बढ़कर 17.36% और रविवार को 18.41% तक पहुंचने का अनुमान है। तापमान गिरने से प्रदूषक सतह के पास ही अटक जाते हैं, जिससे हवा और जहरीली हो जाती है।
दिल्ली एयरपोर्ट ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे अपनी एयरलाइंस से उड़ानों की ताजा जानकारी लेते रहें। कम दृश्यता की प्रक्रिया लागू है और हालात सामान्य होने में समय लग सकता है। कुल मिलाकर, दिल्ली में घना कोहरा और प्रदूषण का दोहरा संकट जारी है, जिससे हवाई और रेल यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है और आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।