महिला पुलिसकर्मी ने की आत्महत्या, पुलिस को मिला सुसाइड नोट… सुसाइड नोट में अपने सीनियर्स पर लगाए ये गंभीर आरोप
महाराष्ट्र| महाराष्ट्र मे एक महिला पुलिसकर्मी का आत्महत्या का मामला सामने है,जिसके बाद एक अच्छी पुलिसकर्मी को खो देने का शोक पसरा हुआ है| आत्महत्या का यह पूरा मामला आमरवाती का है|
शुक्रवार को अमरावती के मेलघाट टाइगर रिजर्व की वन रेंज अधिकारी दीपाली चव्हाण आत्महत्या कर ली आत्महत्या के मामले में वन विभाग के प्रमुख विनोद शिवकुमार को गिरफ्तार किया गया है। वही दिपाली आत्महत्या के बाद कई राज खुलने लगा है|
मिली जानकारी के मुताबिक शुरूआती जांच में सामने आया है कि वह अपने सीनियर यानी शिवकुमार द्वारा किए जा रहे उत्पीड़न से परेशान थीं। मरने से पहले दीपाली ने एक सुसाइड नोट लिखा था। उसमें उन्होंने अपने सीनियर्स पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। दीपाली चव्हाण के सुसाइड नोट में कुछ वरिष्ठ अधिकारियों के नामों का भी उल्लेख है।
सुसाइड नोट में दीपाली के पांच आरोप:
- आत्महत्या के इस पूरे मामले मे दीपाली चव्हाण ने लिखा है की मेरे सीनियर द्वारा मुझे जबरदस्ती गलत काम करने पर मजबूर किया जाता था।
- शिवकुमार सर ने कभी गांव में जाकर सभा नहीं की और वे मुझे, जूनियर्स, गांववालों, मजदूरों के सामने गालियां दिया करते थे।
- प्रेग्नेंट होने के बावजूद मुझे जान बूझकर कच्चे रस्ते पर घुमाया गया। इस वजह से मेरा अबॉर्शन हुआ। उसके बावजूद मुझे छुट्टी नहीं दी गई।
- शिवकुमार मुझे देर रात मिलने के लिए बुलाते थे। वे मुझ से अश्लील बात करते थे। इसकी शिकायत मैंने अपने सीनियर्स से की थी।
- मेलघाट ऐसी दलदल है, जहां आप अपनी मर्जी से आ तो सकते हैं, लेकिन जा नहीं सकते।
लोकप्रिय थी दीपाली बतया जा रहा है की दीपाली के मुखर स्वभाव की वजह से लोग उन्हें ‘लेडी सिंघम’ बुलाते थे। वे बुलेट चलाती थीं और कई बार पेड़ों की कटाई कर रहे तस्करों को भी उन्होंने खदेड़ा था।
कुछ ही दिनों में वे इलाके में बेहद पॉपुलर हो गईं थीं और माना जा रहा है कि इसी वजह से वे अपने सीनियर्स की नजर में खटकने लगी थीं।दीपाली की बेहतरीन स्वभाव के सब कायल थे|एक महिला पुलिसकर्मी के जीवन मे चल रहे परेशानियों का अंदाजा कोई नहीं लगा पाया था|