रायपुर। छत्तीसगढ़ के हर्बल गुलाल(Herbal Gulal of Chhattisgarh) का जादू यूरोप में सिर चढ़कर बोल रहा है। दुर्ग व राजनांदगांव जिले के की महिला समूह द्वारा तैयार किए गए हर्बल गुलाल की यूरोप में डिमांड बढ़ गई है। शनिवार को सीएम भूपेश बघेल ने गुलाल से भरे ट्रक को सीएम निवास से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस ट्रक में 23 हजार किलो से ज्यादा हर्बल गुलाल(Herbal Gulal of Chhattisgarh) भेजा जा रहा है।
यह हर्बल गुलाल स्व-सहायता समूह के सखी क्लस्टर संगठन अंजोरा राजनांदगांव एवं कुमकुम महिला ग्राम संगठन सांकरा दुर्ग की महिलाओं ने श्री गणेशा ग्लोबल गुलाल प्राइवेट लिमिटेड के मार्गदर्शन में तैयार किया है। यूरोप एक्सपोर्ट किए जा रहे 23 हजार 279 किलो हर्बल गुलाल का मूल्य 41 लाख 95 हजार 302 रुपए है। छत्तीसगढ़ के हर्बल गुलाल से भरे ट्रक को रवाना करते समय विधायक कुलदीप जुनेजा व महापौर एजाज ढेबर सहित अन्य मौजूद रहे।
हर्बल गुलाल से भरे ट्रक को सीएम बघेल ने दिखाई हरी झंडी
बता दें कि फूल से हर्बल गुलाल के निर्माण के लिए 18 फरवरी 2022 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मौजूदगी में श्री गणेशा ग्लोबल गुलाल प्राइवेट लिमिटेड और छत्तीसगढ़ शासन के उद्यानिकी एवं प्रक्षेत्र वानिकी के संचालक के मध्य एमओयू हुआ था। इसके प्रथम चरण में 150 महिला स्व-सहायता समूहों के माध्यम से हर्बल गुलाल एवं हर्बल पूजन सामग्री तैयार की जा रही है।
महिला समूहों द्वारा तैयार 23 हजार 279 किलो हर्बल गुलाल को श्री गणेशा ग्लोबल गुलाल प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से यूरोप एक्सपोर्ट किए जाने के लिए रायपुर से गुजरात स्थित मुंदरा पोर्ट भेजा जाएगा। एक्सपोर्ट हर्बल गुलाल की पैकेजिंग अलग-अलग आकार और वजन में की गई है।
हर्बल गुलाल का कुल मूल्य 54 हजार 491 यूएस डॉलर यानी भारतीय मुद्रा में इसकी कीमत 41 लाख 95 हजार 302 रुपए है। गोठान की महिला समूहों की मेहनत से तैयार हर्बल सामग्री का विदेशों में एक्सपोर्ट होना छत्तीसगढ़ राज्य और स्व-सहायता समूहों के लिए गौरव की बात है।