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लो आ गई लिस्ट, प्रधान सेवक मोदी देश का क्या क्या बेचने वाले हैं

राहुल गांधी समेत पूरा विपक्ष मोदी सरकार पर देश को बेचने का आरोप लगाता है लेकिन इन दावों में कितनी सच्चाई है इस बात की पड़ताल TheGuptchar.com ने की है। आज हम आपको एक ऐसी सूची दिखाने जा रहे हैं। जिन्हें मोदी सरकार या तो बेचने वाली है या बेचने का मन बना चुकी है जिसमें हवाई अड्डा राजमार्गों बिजली संयंत्रों और कोयला खदानों जैसे महत्वपूर्ण राष्ट्रीय संसाधन शामिल है।

  • देश के प्रधानसेवक 5.96 लाख करोड़ रुपये में निम्नलिखित चीजें बेचने जा रहें हैं।

    5 हवाईअड्डे

  • 26,700 किलोमीटर राजमार्ग

  • 6 गीगावॉट क्षमता के पनबिजली और सौर बिजली संयंत्र

  • कोयला खदान की 160 परियोजनाएं

  • 8,154 किलोमीटर प्राकृतिक गैस पाइपलाइन

  • 2.86 लाख किलोमीटर टेलीकॉम फाइबर

  • 14,917 टेलीकॉम टॉवर

  • 210 लाख मीट्रिक टन क्षमता के तमाम गोदाम

  • 400 रेलवे स्टेशन

  • और भी कई सरकारी संपत्तियां और जमीनें

यह सब पिछले 70 साल में बना था। खासकर एयरपोर्ट, नैशनल हाइवे, गैस पाइपलाइन, फाइबर और गोदाम मनमोहन सिंह सरकार के कार्यकाल के बने हुए हैं। देश के तमाम नागरिकों को लगता है कि पिछले 70 साल में कुछ नहीं हुआ। लेकिन अभी अगर सरकार एक कार्यकाल और चुन ली जाती है तो हजारों की संख्या में शोध संस्थान, विश्वविद्यालय, मेडिकल कॉलेज हैं, लाखों की संख्या में डिग्री कॉलेज हैं, लाखों प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व प्राथमिक विद्यालय हैं, जिन्हें बर्बाद करके बेचा जा सकेगा। आपके मोहल्ले और गलियां हैं, जिनमें सड़कें व पार्क पहले की सरकारों ने बनवाए हैं, बिकने के बाद वहां भी एक टोल प्लाजा बन जाएगा और आप अपने घर में तभी घुस पाएंगे जब किसी गुंडे को टोल भुगतान करेंगे।

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प्राइवेट कंपनियों में सवर्ण लोग बाबू बनेंगे तो उन्हें 8,000 रुपये महीने सेलरी पर काम करना पड़ेगा और सेठ जब चाहेगा, शरीर की रीढ़ जहां खत्म होती है, वहां पर जोरदार लात मारकर निकाल देगा। तमाम आरक्षण के बावजूद अभी सरकारी संस्थानों में 80 प्रतिशत कब्जा अपर कास्ट का ही बना हुआ है।

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