बिलासपुर। छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके बिरसा मुंडा जयंती कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बिलासपुर पहुंची। इस दौरान उन्होंने झीरम घाटी की जांच रिपोर्ट को लेकर एक बहुत ही बड़ा बयान दिया है।
उन्होंने कहा, “मैं कोई पोस्टमेन नहीं हूं, जो यहां से रिपोर्ट लेकर वहां पहुंचा दूं। जब आयोग की रिपोर्ट मुझे सौंपी गई, इसके पश्चात मैंने उसे अपने लीगल एडवाइजर से पूछा, तो उन्होंने कहा कि झीरम रिपोर्ट सरकार को सौंप दी जाए। इसलिए मैंने सरकार को यह रिपोर्ट सौंपी।
जानकारी के अनुसार, पिछले दिनों राज्यपाल अनुसुइया उइके को झीरम घाटी आयोग की रिपोर्ट हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल द्वारा सौंपी गई थी। इसके बाद इस मामले में पक्ष विपक्ष लगातार आमने-सामने हैं। दोनों पार्टी के बड़े नेता इस मामले में बयान तो दे ही रहे हैं लेकिन इसके साथ ही एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप भी लगा रहे हैं।
अब इस मामले में राज्यपाल ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मुझे खुद नहीं मालूम कि आखिर मुझे रिपोर्ट क्यों सौंपी गई है। रिपोर्ट में ऐसी कोई बात नहीं है , यहां तक कि मैंने उसे पढ़ा भी नहीं था। राज्यपाल ने आगे कहा कि मैं कोई पोस्टमेन नहीं हूं जो यहां से रिपोर्ट लेकर वहां पहुंचा दूं। अगर उन्हें रिपोर्ट देना था, तो सीधे ही दे देते .. मेरे भी कुछ अधिकार हैं। मैंने कानून से मिले अधिकार का प्रयोग किया और इस मामले में अपने लीगल एडवाइजर से बात की।
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