कांकेर। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में हत्या का मामला सामने आया है। दरअसल, यहां होली के दूसरे दिन एक महिला की अधजली लाश मिली थी। अब इस मामले में पुलिस ने पति और उसकी प्रेमिका को गिरफ्तार किया है।
बताया जा रहा है कि आरोपियों ने हत्या करने से पहले उसकी रिहर्सल भी की थी। महिला का गला घोंटने के बाद भी उसके जिंदा रहने का शक था। इसलिए आरोपियों ने लकड़ी के बत्ते की मदद से महिला का सिर फोड़ दिया।
जानकारी के अनुसार, माकड़ी के पास नेशनल हाईवे से 100 मीटर अंदर कोकड़ी मार्ग पर एक महिला की लाश मिली थी। जब शव की जांच की गई तो इसमें पता चला कि वह पूर्णिमा ग्वाला नाम की एक महिला था।
इस मामले में पुलिस ने पूर्णिमा के पति तेजराम मानिकपुरी और प्रेमिका इंद्राणी मानिकपुरी को आरोपी मानते हुए गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि प्रेमी के कहने पर प्रेमिका ने हत्या की स्क्रिप्ट तैयार की थी। तेजराम को अब भी हत्या का बिल्कुल अफसोस नहीं है। उसने कहा कि पता नहीं था कांकेर पुलिस इतनी तेज है, नहीं तो लाश बीजापुर में फेंकता।
जब पुलिस ने तेजराम से पूछताछ की तो इस दौरान उसने बताया कि वह पत्नी पूर्णिमा ग्वाला की धमकियो की वजह से बहुत परेशान हो गया था। इसलिए वह उसे हर हालत में रास्ते से हटाना चाहता था। जब इंद्राणी ने प्रेमी को परेशानी में देखा तो उसने उसके लिए हत्या की स्क्रिप्ट तैयार की। दोनों ने साथ मिलकर इसका रिहर्सल की। इसके बाद तेजराम दूसरी पत्नी पूर्णिमा को लेने भिलाई के चरोदा गया। वहां से रात में उसे गुरूर के बोरतरा स्थित घर लाया गया, ताकि कोई उसे देख न पाए।
घर में बाहर से ताला लगा हुआ था। लेकिन घर के भीतर प्रेमिका और कथित दूसरी पत्नी इंद्राणी पहले से ही थी। पति-पत्नी ने घर का ताला खोला। जैसे ही वे अंदर घुसे अंदर छिपकर बैठी इंद्राणी ने पूर्णिमा का गला पकड़ लिया तेजराम ने भी मिलकर पूर्णिका का गला घोटने में मदद की छटपटाहट में पूर्णिका का सिर दीवार से जा टकराया। वह जमीन पर गिर गई। लेकिन इसके बाद दोनों ने फिर उसका गला दबा दिया। इंद्राणी को तब भी उसकी मौत पर शक था। इसलिए उन्होंने वहां पड़े लकड़ी के बत्ते से उसका सिर फोड़ दिया।
हत्या के बाद वे गाड़ी से रात में ही कांकेर की तरफ रवाना हुए। पहचान छिपाने के लिए उन्होंने पानी की बोतल में पेट्रोल भरा और माचिस की डिब्बी रख ली। माकड़ी के पास कोकड़ी मार्ग में लाश को वाहन से बाहर निकाल फेंक दिया। फिर प्रेमिका ने लाश पर पेट्रोल डालकर उसमें आग लगा दी। इसके बाद दोनों सरोना-नरहरपुर-धमतरी होते हुए बालोद गए।