छत्तीसगढ़ : पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप फर्जीवाड़ा में मैट्स यूनिवर्सिटी समेत कई कॉलेज ब्लैक लिस्टेड
रायपुर . राज्य सरकार हर साल एसटी,एससी और पिछड़ा वर्ग के छात्रों को मैट्रिक के बाद की पढ़ाई के लिए पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप देती है। कोर्स का वर्गीकरण 4 आधार पर किया गया है। एक छात्र को अधिकतम 50 हजार रु दिए जाते हैं। राशि राज्य सरकार, मिनिस्ट्री ऑफ ट्राइबल अफेयर्स और मिनिस्ट्री ऑफ सोशल जस्टिस की तरफ से दी जाती है। इसमें सबसे ज्यादा राशि राज्य सरकार देती है। हाल ही में इस स्कॉलरशिप में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है।
ब्लैक लिस्टे में शामिल कॉलेज
भिलाई कॉलेज ऑफ़ इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी, दुर्ग
छत्तीसगढ़ कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी, दुर्ग
देव संस्कृति कॉलेज एजुकेशन, दुर्ग
मनसा कॉलेज ऑफ एजुकेशन, दुर्ग
नेताजी सुभाष कॉलेज, अभनपुर, रायपुर
मैट्स यूनिवर्सिटी, आरंग, रायपुर
संबंधित संस्थानों की ओर से छात्र-छात्राओं के आवेदन को जांच के बाद अग्रसारित किया गया था। सत्यापन के लिए कल्याण विभाग की ओर से जांच दल का गठन किया गया था, जांच दल ने 117 संस्थानों का भौतिक सत्यापन किया। 3 फरवरी, 24 फरवरी और 17 मार्च 2020 को जांच पदाधिकारियों ने अपनी रिपोर्ट आदिवासी कल्याण आयुक्त को भेजी थी। आदिवासी कल्याण विभाग ने देश के 43 शिक्षण संस्थानों को ब्लैक लिस्ट कर दिया है। इसमें छत्तीसगढ़ के भी कुछ कॉलेज शामिल है। 46 संस्थान शक के दायरे में आए। इस आधार पर 46 संस्थानों से स्पष्टीकरण मांगा गया था।