बिलासपुर। पुलिस रिकार्ड में 15 माह से फरार सतकुमारी बंजारे पुलिस अधिकारियों के साथ ही मुख्यमंत्री के दर तक पहुंच कर इंसाफ के लिए गुहार लगा चुकी है। सतकुमारी का कहना है कि उसने छेड़़छाड़ का विरोध करते हुए करते हुए आरोपियों को पुलिस से शिकायत करने की धमकी दी थी।
उसकी यह धमकी ही उस पर भारी पड़ी आरोपियों ने उसे व उसके परिवार पर जानलेवा हमला कर दिया। मारपीट में सतकुमारी के सर पर लगी गंभीर चोट के कारण वह कोमा में चली गई। 6 माह बाद जब सतकुमारी होश आया तो पता चला की पुलिस रिकार्ड में वह और उसके परिवार के 5 सदस्य घटना के बाद से अब तक फरार है।
यह स्थिति तब है जब युवती व अन्य फरार लोगो का बयान सिविल लाइन थाने में पदस्थ तत्कालिन जांच अधिकारी ने रायपुर जाकर बयान दर्ज किया था। उसके बाद भी युवती व उसके परिवार के पांच सदस्य अब भी पुलिस रिकार्ड में फरार है।
सतकुमारी का कहना है कि घटना 30 अक्टूबर 2020 की है। वह अपने आफिस जाने के लिए तैयार हो रही थी इस दौरान रामलखन बंजारे, विनय धृतलहरे व अन्य उसके कमरे में दाखिल हुए और उसके साथ बदसलूकी करने लगे, विरोध करने पर लोहे के पाइप से सर पर वार कर बाल को पकड़ कर खीचते हुए बाहर सड़क पर लाकर मार रहे थे।
शोर सुनकर सतकुमारी की मां सुरजा बंजारे, बहन संगीता बंजारे व अन्य को चोट आई थी। घटना के दौरान मारपीट करने के बाद आरोपियों ने थाने पहुंच कर झूठी शिकायत पर अपराध दर्ज करा दिया। तत्कालिन थाना प्रभारी सिविल लाइन शनिप कुमार रात्रे ने बलवा 307 व अन्य धारा के तहत अपराध दर्ज कर सतकुमारी, राजकुमार, पन्ना लाल, शिव कुमार व अमित जांगड़े को फरार घोषित कर दिया।
हमारे परिवार के ऊपर हमले की शिकायत होने की जानकारी लगते ही सतकुमारी की बहन राजकुमारी ने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत पर पुलिस ने उन्हें व अन्य को गिरफ्तार कर जेल में डलवा दिया। 4 माह जब वह जेल से छुटे तो सतकुमारी से मिलने के लिए रायपुर पहुंचे तो पता चला कि सतकुमारी व अन्य के खिलाफ हत्या प्रयास व बलवा का अपराध दर्ज है। वह और अन्य 4 पुलिस रिकार्ड में फरार है जब्कि सतकुमारी का इलाज चल रहा था बाकी उसकी देखभाल के लिए रूके हुए थे।
सांस तंत्रिका हुई खराब मशीन के सहारे जिंदा
हमले के बाद सतकुमारी की हालत काफी बिगड़ गई थी। 31 अक्टूबर को उसे उपचार के लिए सिम्स से मेकाहारा रायपुर रेफर कर दिया गया। सतकुमारी का उपचार रायपुर में चलता रहा। उपचार के दौरान न्यूरो सर्जन ने उसके पर पर खून का धक्का जम जान से आपरेशन कर साफ किया तो पता चला सतकुमारी सांस नहीं ले पा रही है उसकी स्वांस तंत्रिका पूरी तरह डेमेज हो चुकी थी। पाइप लगाकर उसका उपचार किया गया। अब वह पाइप के सहारे ही सांस लेती व बोल पाती है।
दिसम्बर 2021 में रायपुर जाकर लिया बयान फिर फरार
घटना के दौरान मामले की जांच कर रहे अधिकारी मनोज पटेल ने पीडि़त सतकुमारी की स्थिति जानने के लिए दिसम्बर 2021 में रायपुर पहुंचे थे। वहां स्थिति को देखते हुए बयान दर्ज किया था। सत कुमारी के अलावा अमित जांगड़े का भी पुलिस ने बयान दर्ज किया है। बयान दर्ज करने के बाद जांच में रिपोर्ट भी सबमिट किया है। बयान होने के बाद भी सतकुमारी सिविल लाइन पुलिस के रिकार्ड में अब भी फरार ही है।
सतकुमारी के मामले में चलान हो चुका है पेश
सिविल लाइन थाने में मामले की जांच कर रहे अधिकारी से बात केस के संबंध में बात की गई तो पता चला की सत कुमारी के मामले में चालान कोर्ट में पेश हो चुका है। मामला न्यायालय में है पीडि़ता को न्यायालय में अपनी बात रखने व मेडिकल रिर्पोट के आधार पर जमानत लेने की समझाइस दी गई है, मामला न्यायालय में होने की वजह से कुछ कहना व करना पुलिस के हाथ में न होने की बात भी कही।
पिता ने घटना के समय चला रहा था रिक्शा, 108 नहीं ले गई घायल बेटी को
सतकुमारी के पिता कुमार बंजारे का कहना है कि जिस दौरान पत्नी व बेटियों पर हमला हुआ वह रिक्शा चलाने गए थे। घटना की जानकारी मिली तो वह घर पहुंचे, उस दौरान पत्नी व दोनों बेटिया सड़क पर बेहोश पड़ी थी। कोई मद्द नहीं कर रहा था। 108 आई और आरोपियों ही अपने साथ ले गई। जब 112 व 108 नहीं आई तो वह खुद ही आटो में तीनों को लेकर सिम्स उपचार के लिए पहुंचे थे।
इस मामले में एडिशनल एसपी उमेश कश्यप ने कहा कि मामले में चलान पेश हो चुका है। युवती ने आईजी कार्यालय में शिकायत की है मामले की जांच की जा रही है।
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