36 से अधिक ट्रेनें रद्द, रायगढ़-बिलासपुर रूट पर यात्रियों की बढ़ी मुसीबत
बिलासपुर-झारसुगुड़ा सेक्शन में चौथी रेल लाइन के निर्माण के चलते 24 अप्रैल तक 36 से अधिक ट्रेनें रद्द, जिससे रायगढ़, खरसिया, सक्ती, चांपा और बिलासपुर के यात्रियों को भारी परेशानी हो रही है.

बिलासपुर: छत्तीसगढ़ के रायगढ़ से होकर गुजरने वाले रेल यात्रियों को इन दिनों बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बिलासपुर-झारसुगुड़ा सेक्शन में चौथी रेल लाइन के निर्माण कार्य के चलते 24 अप्रैल तक इस रूट की 36 से अधिक ट्रेनें रद्द कर दी गई है. इसका सीधा असर रायगढ़, खरसिया, सक्ती, चांपा और बिलासपुर के बीच रोजाना सफर करने वाले हजारों यात्रियों पर पड़ा है. इस दौरान मेमू, पैसेंजर, एक्सप्रेस और साप्ताहिक ट्रेनों का संचालन पूरी तरह से बंद है, जिससे अन्य ट्रेनों में भीड़ का दबाव कई गुना बढ़ गया है.
रायगढ़-बिलासपुर और बिलासपुर-रायगढ़ मेमू ट्रेनें रद्द होने से सबसे ज्यादा दिक्कत खरसिया, सक्ती, चांपा और बिलासपुर के बीच रोजाना यात्रा करने वालों को हो रही है. इन स्टेशनों के बीच यात्रा करने वाले छात्र, कर्मचारी और आम यात्रियों के सामने अब सीमित विकल्प बचे हैं.
अन्य ट्रेनों पर बढ़ा दबाव, स्टेशन पर सन्नाटा
जिन यात्रियों को वैकल्पिक ट्रेनें मिल रही हैं, वे भी भारी भीड़ के चलते परेशान हैं. दूसरी ओर, स्टेशन पर ट्रेनों की कमी से सन्नाटा पसरा हुआ है. हर दिन चलने वाली ट्रेनों के अचानक बंद हो जाने से आम लोगों की आवाजाही बुरी तरह प्रभावित हुई है.
निजी वाहनों और बसों में जेब पर अतिरिक्त बोझ
रेल सफर ठप होने के कारण यात्रियों को अब निजी वाहनों और बसों का सहारा लेना पड़ रहा है. इससे यात्रा की लागत कई गुना बढ़ गई है. बसों में किराया बढ़ा दिया गया है, जबकि निजी वाहनों में मनमाना भाड़ा वसूला जा रहा है.
फिलहाल सिर्फ टिटलागढ़ पैसेंजर चल रही
रायगढ़ मुख्य स्टेशन प्रबंधक एसएस महापात्रे ने जानकारी दी कि चौथी लाइन के निर्माण कार्य के कारण यह अस्थायी व्यवस्था की गई है. इस दौरान केवल टिटलागढ़ पैसेंजर ट्रेन का संचालन जारी है. उन्होंने भरोसा दिलाया कि निर्माण कार्य पूरा होते ही सभी ट्रेनों का संचालन सामान्य रूप से शुरू कर दिया जाएगा.