रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार इस बार नवरात्रि के अवसर पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन करेगी। यह आयोजन भगवान राम से जुड़ी एक परियोजना की शुरुआत से होगी। राज्य के भूपेश बघेल की ओर से शुरू किए गए 2021 की नई विकास परियोजना- ‘राम वन गमन पर्यटन परिपथ’ पर काम शुरू हो गया है।
मुख्यमंत्री 7 अक्टूबर, 2021 को नवरात्रि के अवसर पर इस महत्वाकांक्षी परियोजना का शुभारंभ करेंगे। इस परियोजना की शुरुआत के साथ ही राज्य भर में जश्न का माहौल रहेगा। जश्न के माहौल का फोकस ‘बात है अभिमान की, छत्तीसगढ़ के स्वाभिमान की’ इसी टैगलाइन पर रहेगा।
आपको बता दें कि ‘बात है अभिमान की, छत्तीसगढ़ के स्वाभिमान की’ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की ओर से शुरू किए गए। साथ ही इस भव्य कार्यक्रम का आयोजन, चंदखुरी गांव में स्थित प्राचीन कौशल्या माता का मंदिर में होगा। यह मंदिर रायपुर से करीब 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। समारोह के अवसर पर संगीत, नृत्य के अलावा लेज़र शो और एलईडी रौशनियों के ज़रिए भव्य लाइट एंड साउंड कार्यक्रम भी किया जाएगा।
राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, ”अयोध्या से वनवास के दौरान प्रभू राम ने अपना अधिकांश समय छत्तीसगढ़ में बिताया। हमारा प्रयास है कि हम भगवान राम और माता कौशल्या से जुड़ी यादों को संजो कर रखे। यही कारण है कि सरकार ने राम वन गमन पर्यटन परिपथ परियोजना की कल्पना की जहां भक्त और पर्यटक अपने हर कदम के साथ देवत्व के सार को महसूस कर सकेंगे।”
छत्तीसगढ़ पर्यटन बोर्ड के प्रबंध संचालक यशवंत कुमार ने बताया, ”हमारी मुख्य प्राथमिकता राम वन गमन पथ के चिन्हित स्थलों को प्रमुख पर्यटन स्थलों के रूप में विकसित करना है। मौजूदा कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए हमारी यही प्रयास है कि लोग घरेलू पर्यटन के लिए प्रेरित हों। इसके लिए सरकार की ओर से विशेष प्रयास किए जा रहे हैं।’ जिससे लोग अपने माटी के महक को जान सके साथ ही प्राचीन काल के इतिहास को जान सके।