गरियाबन्द। छत्तीसगढ़ की सीमा से लगे ओडिशा के नुआपाड़ा जिले में पाटदहरा कैम्प के पास बड़ी संख्या में नक्सलियों के जमावड़े की खबर मिली थी। CRPF के जवान नक्सलियों को सबक सिखाने के लिए मौके की तलाश में थे।
जवानों ने ऑपरेशन शुरू किया। शुक्रवार सुबह से जारी ऑपरेशन देर रात तक जारी रहा। जब नक्सलियों ने मुठभेड़ में शिकस्त सामने देखा तो नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में प्रवेश किया। मगर यहां भी नक्सलियों को जवानों के हाथों मुंह की खानी पड़ी।
जानकारी के अनुसार, ओडिशा का नुआपाड़ा वही इलाका था, जहां 21 जून को नक्सलियों के हमले से सीआरपीएफ के 3 जवान शहीद हो गए थे। इस घटना के बाद से ओडिशा में तैनात सीआरपीएफ के जवान मौके की तलाश में थे। जब कैंप के पास नक्सलियों की जमावड़े की सूचना मिली तो शुक्रवार सुबह से ऑपरेशन शुरू किया गया जो देर रात तक जारी रहा।
इस मुठभेड़ के दौरान जवानों ने 280 राउंड फायर व मोर्टार दागे। वहीं, 60 से 80 की संख्या में मौजूद नक्सलियों ने हथियारबंद भी फायर किया। मगर कमजोर पड़ते देख नक्सली छत्तीसगढ़ की ओर भाग निकले। इसके बाद भागते हुए नक्सलियों ने जब गरियाबन्द सीमा में प्रवेश किया तो यहां मौजूद जवानों ने इलाके की घेराबंदी शुरू कर दी। सीआरपीएफ डीआईजी रायपुर रेंज संजय कुमार सिंग मौके पर मौजूद रहकर जवानों की हौसला अफजाई कर रहे हैं।
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