महिला एक, जारी हुआ दो मृत्यु प्रमाण पत्र, मृत्यु तिथि में चार महिने का अंतर
महासमुंद। शासन ने जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने की जिम्मेदारी प्रत्येक ग्राम पंचायतों में सचिवों को सौंपी है। लेकिन सचिव इस महत्वपूर्ण प्रमाण पत्रों में भी घोर लापरवाही बरत रहे है। यह प्रकाश में आया है। एक ही महिला का दो ग्राम पंचायतों के सचिवों ने अलग अलग मृत्यु तिथि में प्रमाण पत्र भी बनाकर जारी कर दिए है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बसना विकासखण्ड के अन्तर्गत ग्राम पंचायत लोहडीपुर के आश्रित ग्राम पतेरापाली निवासी नीनीबाई पति ‘पिरितराम रहती थी। वह वृद्व अवस्था में थी। उसके पुत्र नही होने के कारण वह अपनी पुत्री के साथ सरायपाली विकासखण्ड के ग्राम पंचायत अमरकोट के अश्रित ग्राम बानीपाली में रहती थी। जिसकी मृत्यु 18/03/2019 को हुई। ग्राम पंचायत अमरकोट से बकायदा मृत्यु प्रमाण पत्र भी वहां के सचिव ने जारी किया। इसके बाद ग्राम पंचायत लोहडीपुर के सचिव लक्ष्मीनारायण दास ने भी उसी मृत महिला जो आंकडे ग्राम पंचायत लोहडीपुर के रिकार्ड में दर्ज किया है। उससे जन्म मृत्यु सांख्यिकी आंकडा भी प्रभावित होता है। इसलिए दोषी नीनीबाई का मृत्यु 17/07/2019 को हुई है, ऐसा मृत्यु पंजीयन रजिस्टर में दर्ज कर दिया।
एक ही महिला की दो अलग अलग ग्राम पंचायत से मृत्यु प्रमाण जारी होना एवं उसमें मृत्यु तिथि 04 माह का अंतर सचिव की घोर लापरवाही को उजागर करता है। इसकी सचिव के विरूद्ध उचित कार्यवाही किया जाने की मांग किया है।
इस संबंध में ग्राम पंचायत अमरकोट के सचिव गोमती नायक से मोबाइल में चर्चा हुई। सचिव गोमती नायक ने बतलायी कि जनपद पंचायत सरायपाली से हमें सूचना मिली और इस संबंध में पंचनामा तैयार कर जानकारी होने पर लोहडीपुर के सक्रिय नागरिक उपेन्द्र त्रिपाठी ने इस मामले की लिखित शिकायत एवं साक्ष्य दस्तावेज सहित अनुविभागीय अधिकारी(राजस्व) सरायपाली कार्यालय पहुंचकर किया ।
शिकायतकर्ता उपेन्द्र त्रिपाठी ने आवेदन में बताया है कि ग्राम पंचायत लोहडीपुर के सचिव के द्वारा घोर लापरवाही बरतते हुए नीनीबाई का मृत्यु संबंधी दस्तावेज दे दिया गया है। यह मृत्यु प्रमाण मैने जारी नही किया है। उस समय तात्कालिक सचिव रामकुमार पटेल ने जारी किया है। बसना जनपद पंचायत के सीईओ सनत महादेवा से मोबाइल पर चर्चा करने पर सीईओ ने बताया कि वे कार्यालय से अभी बाहर है।