PM MATASYA SAMPADA YOJANA: प्रधानमंत्री मतस्य योजना के अंतर्गत केंद्र सरकार ने 2024-25 तक मछली उत्पादन को 220 लाख मीट्रिक टन तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। केंद्र सरकार ने मछली पालन को नया आयाम दिलाने और किसानों को बेहतर मुनाफा दिलाने के लिए इस योजना की शुरुआत की थी। भारत में कई ऐसे किसान है जो खेती के साथ-साथ कई और व्यवसायों में भी रुचि लेते हैं और इन्हीं व्यवसायों में से एक है मछली पालन। इस काम को करने के लिए सरकार किसानों को प्रोत्साहित भी कर रही है।
मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए सरकार कारोबार में किसानों की मदद कर रही है। पहले सरकार किसानों को अनुदान देती है, जो कि कारोबार की शुरुआत में लगने वाले पैसों का 40 प्रतिशत होता है। इसकी एक और खास बात यह है कि ये योजना आरक्षित वर्ग जैसे अनुसूचित जाति,अनुसूचित जनजाति और महिला लाभार्थियों को 60 प्रतिशत,अनुदान के रूप में देती है।
सरकार का लक्ष्य 2024-25 तक हो 20 लाख मीट्रिक टन का उत्पादन
भले ही साल 2019 में भारत द्वारा 137.58 लाख मीट्रिक टन के आसपास मछली का उत्पादन हो रहा था लेकिन, इस बार सरकार ने 2024-25 तक इसे बढ़ाने का लक्ष्य रखा है जो कि 220 लाख मीट्रिक टन है। इसलिए केंद्र सरकार ने मछली विक्रेताओं मछली श्रमिकों और मछुआरों को लाभ दिलाने के लिए योजना में 20,050 करोड़ का धन निवेश किया। सरकार मतस्य पालन योजना की मदद से गाँवों में रोजगार बढ़ाना चाहती है और साथ ही साथ विदेशों में मछली का निर्यात भी बढ़ाना चाहती है।
प्रधानमंत्री मतस्य योजना में अप्लाई करने के लिए इच्छुक व्यक्ति, अपने ही राज्य के मतस्य पालन विभाग के वेबसाइट पर जाएँ और अधिक जानकारी के लिए केंद्र सरकार की वेबसाइट पर विजिट करें।