दुर्ग। अक्सर लोग पुलिस का नाम सुनते ही डर जाते हैं। पुलिस की कार्यशैली पर भी तरह-तरह की बातें बनाने लगते हैं। मगर पर्दे के पीछे जो पुलिस की मानवीय कार्यशैली होती है वो हम नहीं देख पाते। आज हम आपको एक ऐसे पुलिस जवान के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने दुर्ग पुलिस समेत छत्तीसगढ़ पुलिस का नाम रोशन किया है।
एक ऐसा पुलिस जवान जिसने अपने बेहतर कार्य से लोगों का दिल जीत लिया है। इस जवान का वीडियो सोशल मीडिया पर तारीफों के पुल बटोर रहा है। मामला दुर्ग जिले के जामुल थाने का है। पुलिस जवान तरुण देशलहरे का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी सुर्खियां बटोर रहा है। लोग जवान का यह वीडियो देखकर उसकी काफी सराहना कर रहे हैं।
असल में, तरुण देशलहरे नाम का एक जवान जामुल थाने में पदस्थ है। वह किसी काम से सुरडुंग गया हुआ था। इस दौरान दो छोटी बच्चियां स्कूल जा रही थीं। तरुण देशलहरे ने देखा कि दोनों बच्चियों ने पैरों पर फटे हुए जूते पहने हुए थे। फिर क्या था पुलिस जवान तरुण ने झट से बाइक रोकी और बच्चियों से फटे जूते पहनने कीवजह पूछी।
इसपर बच्चों ने बताया कि अभी पैसे नहीं है। इसलिए नए जूते नहीं खरीदे पाए हैं। फिर तरुण दशहरे दोनों बच्चियों को स्कूल छोड़ने के बाद जूते की दुकान पर गए और दोनों बच्चियों के लिए 2 जोड़ी जूते खरीद लाए। स्कूल पहुंचकर उन्होंने दोनों बच्चियों के पैरों में अपने हाथों से जूते पहनाए।
जवान के मानवीय पहल को किसी ने मोबाइल के कैमरे में कैद कर लिया। अब जवान का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पुलिस जवान तरुण देशलहरे को उनके अच्छे काम के लिए बधाइयां और सम्मान मिल रहे हैं।
पुलिस जवान तरुण देशलहरे ने कहा कि अक्सर देखा जाता है कि लोग पुलिस को शक की निगाहों से देखते हैं। मगर हम पुलिस जवानों में भी मानवता होती है। मैं किसी काम से सुरडुंग गया हुआ था और देखा कि दोनों बच्चियों के जूते फटे हुए हैं। मैंने मानवता के आधार पर दोनों बच्चियों को जूते खरीद कर पहनाया है।
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