रायपुर। नई शिक्षा नीति-2020 में निर्धारित मूल्यों के अनुरूप प्रेरणा कार्यक्रम में भारत की विविधता में एकता, वसुदेव कुटुंबकम और मूल्य पर आधारित शिक्षा का समावेश किया गया है। प्रेरणा कार्यक्रम में स्कूली बच्चों का पंजीयन प्रेरणा पोर्टल में 15 मार्च से प्रारंभ हो रहा है।
प्रेरणा कार्यक्रम में प्रत्येक जिले के दो विद्यार्थी जिसमें एक बालक एवं एक बालिका और एक महिला अभिभावक शिक्षक को भी इस कार्यकम में शामिल किया जाएगा। प्रेरणा कार्यक्रम गुजरात राज्य के मेहसाणा जिले के वडनगर शहर में आयोजित होगा। यह प्रायोगिक ज्ञान पर आधारित एक सप्ताह का आवासीय प्रशिक्षण होगा।
भारत सरकार द्वारा स्कूली बच्चों के लिए शुरू किए गए महत्वाकांक्षी प्रेरणा कार्यक्रम में प्रतिभागी किसी भी प्रकार के शासकीय एवं अशासकीय विद्यालय में कक्षा 9वीं से 12वीं स्तर के विद्यार्थी हो सकते हैं। प्रत्येक बैच में 20 प्रतिभागी विद्यार्थी (10 बालक एवं 10 बालिका) और 10 महिला अभिभावक शिक्षक कार्यक्रम में प्रतिभागी होंगे। प्रतिभागिता के लिए विद्यार्थियों को प्रेरणा पोर्टल अथवा उनके विद्यालय में जाकर पंजीयन करना होगा। पंजीयन नहीं होने की स्थिति में विद्यार्थी विद्यालय जाकर पंजीयन करा सकेगा। पंजीयन https://prerana.education.gov.in पोर्टल में होगा।
उल्लेखनीय है कि भारत सरकार के स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा गुजरात राज्य के मेहसाणा जिले के वडनगर शहर में स्थित स्थानीय भाषा विद्यालय जहां से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी शिक्षा की यात्रा प्रारंभ की थी, को प्रेरणा विद्यालय के रूप में विकसित किया जा रहा है।
प्रेरणा कार्यक्रम क्रियान्वयन के लिए जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि जिले के प्रत्येक विद्यालय में ‘‘प्रेरणा उत्सव’’ कार्यक्रम आयोजित किया जाए। जिसमें अधिक से अधिक विद्यार्थियों को प्रतिभागिता के लिए प्रोत्साहित किया जाए। प्रेरणा उत्सव में सामुदाय, पालकों की सहभागिता भी आवश्यक है। विद्यार्थियों का चयन तीन स्तर पर होगा। विद्यालय में प्रथम स्तर से चयनित विद्यार्थी द्वितीय चरण हेतु जिला स्तर पर जवाहर नवोदय विद्यालय में आयोजित प्रतियोगिताओं में प्रतिभागी होंगे। द्वितीय चरण के पश्चात 15 बालक और 15 बालिकाओं का चयन तृतीय चरण के लिए किया जाएगा। तृतीय चरण में नवोदय विद्यालय समिति, केंद्रीय विद्यालय संगठन और सी.बी.एस.ई के शिक्षक की एक कमेटी अंतिम चयन हेतु विद्यार्थियों का व्यक्तिगत साक्षात्कार करेगी, इसके पश्चात प्रत्येक चरण के लिए 1 बालक एवं 1 बालिका तथा 1 बालक और 1 बालिका का बैकअप प्रतिभागी के रूप में चयन किया जाएगा। महिला अभिभावक शिक्षक का चयन विद्यालय स्तर एवं जिला स्तर पर किया जाएगा। प्रेरणा कार्यक्रम को समय-सीमा में संचालित करने की जिम्मेदारी जिला शिक्षा अधिकारी की होगी।
विद्यार्थियों के चयन के आधार लिंग, संवर्ग, विशेष आवश्यकता वाले विद्यार्थी, शहर, ग्रामीण जनसंख्या के आनुपातिक प्रतिनिधित्व के आधार पर किया जाएगा। चयन प्रकिया व्यक्तिगत प्राथमिकता के साथ पूर्ण व्यक्तित्व, राष्ट्रीय, राज्य, शाला स्तर पर विभिन्न पाठ्यक्रम सहगामी क्रियाओं में सहभागिता भारतीय संस्कृति, साहित्य एवं इतिहास के प्रति अभिरूचि आदि बिन्दुओं को ध्यान में रखकर की जाएगी। शाला स्तर पर विद्यार्थियों के चयन हेतु कुछ गतिविधियां सम्पादित की जाएगी, जिसमें बच्चों से इस प्रकार से संवाद किया जाए जैसे- प्रेरणा हेतु आपका चयन क्यों किया जाये ?, भारत के लिए आपका विजन क्या है ? और विकसित भारत के लिए आपकी संकल्पना क्या है। जिला शिक्षा अधिकारी प्रेरणा कार्यक्रम क्रियान्वयन के लिए भारत सरकार से प्राप्त विस्तृत दिशा-निर्देशों का पालन करेंगे।