जांजगीर-चांपा। छत्तीसगढ़ के जांजगीर चाम्पा जिले में प्रभारी मंत्री की अध्यक्षता में वर्चुअल बैठक में आयोजित की गई। इस बैठक में जिले में कोविड के रोकथाम के लिए प्रशासनिक तैयारियों की समीक्षा की गई।
छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि कोविड संक्रमण के दौरान समाज, परिवार में भय का माहौल बन जाता है। उन्होंने कहा कि इस भय को दूर करने आम लोगों को जागरूक किया जाए। वे आज जिले के प्रभारी मंत्री जयसिंह अग्रवाल की अध्यक्षता में जिले में कोविड संक्रमण और बचाव के उपाय की प्रशासनिक तैयारियों वर्चुअल बैठक को संबोधित कर रहे थे।
डॉ. महंत ने कहा कि कोविड की सुरक्षा, रोकथाम व उपचार के प्रति मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टी एस.सिंहदेव गंभीर है। उन्होंने कहा कि किसी अधिकारी के कोविड से प्रभावित होने की स्थिति में उनके स्थान पर अन्य वैकल्पिक अधिकारी की पूर्व से व्यवस्था सुनिश्चित किया जाए, ताकि संक्रमण के रोकथाम व उपचार की व्यवस्था पूर्ववत सुचारू रूप से संचालित होता रहे।
डॉ. महंत ने संक्रमण के दौरान बाजार में दैनिक उपयोग की वस्तुओं की कालाबाजारी और मुनाफाखोरी के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश जिला प्रशासन को दिए। उन्होंने बरपाली के आदिवासी क्षेत्र में कोरोना से बचाव के लिए इलाज आदि की व्यवस्था के निर्देश दिए। उन्होंने सक्ती और चांपा में शहर से बाहर कोविड अस्पताल शुरू करने कहा।
राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री एवं जिले के प्रभारी जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम, सुरक्षा और उपचार के लिए जिला प्रशासन द्वारा समुचित व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि इसको और बेहतर बनाने के लिए आम नागरिकों, मीडिया प्रतिनिधियों और जनप्रतिनिधियों की सहभागिता महत्वपूर्ण है। बेहतर व्यवस्था और लोगों की सावधानी से कोरोनावायरस का प्रभाव अन्य स्थानों की अपेक्षा यहां कम हो सकता है। बेहतर उपचार की व्यवस्था से जनहानि को रोका जा सकेगा।
जांजगीर-चांपा विधायक नारायण प्रसाद चंदेल, अकलतरा विधायक सौरभ सिंह, जिला पंचायत के उपाध्यक्ष राघवेंद्र प्रताप सिंह, राघवेंद्र कुमार सिंह, दिनेश शर्मा, इंजीनियर रवि पांडे ने भी कोरोना संक्रमण की रोकथाम, बचाव के सुरक्षात्मक उपायों के संबंध में अपने महत्वपूर्ण सुझाव दिए।
कलेक्टर जितेंद्र कुमार शुक्ला ने जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम, उपचार और सुरक्षा के लिए किए गए उपायों एवं प्रशासनिक तैयारियों से अवगत कराया। कलेक्टर ने बताया कि कोविड संक्रमितों के उपचार के लिए समुचित व्यवस्था की गई है। जिले में पहले कोविड मरीजों के उपचार के लिए 1200 बेड उपलब्ध थे। जिसे बढ़ाकर अब 1800 कर दिया गया है। इनमें से 750 बेड ऑक्सीजन युक्त है। इसके अलावा सक्ती और जिला अस्पताल जांजगीर में आक्सीजन प्लांट संचालित है।
कोरोना के पहले और दूसरे लहर के दौरान अकलतरा, सक्ती और विभिन्न क्षेत्रों के सभी कोविड केयर सेंटर व कोविड अस्पताल को रेडी टू यूज की स्थिति में रखा गया है। सभी उपकरणों की जांच कर ली गई है। आवश्यकता पड़ने पर इन उपकरणों की मरम्मत के लिए इंजीनियर भी नियुक्त किए गए हैं। जिले में विदेश से आने वालों की कोविड जांच की गई है। अभी तक कोई भी विदेशी यात्री संक्रमित नहीं पाया गया है। जिले में प्रतिदिन 2,450 कोविड जांच का लक्ष्य रखा गया है। लक्ष्य के अनुसार योजना बनाकर जांच की जा रही है।
कलेक्टर ने मीडिया प्रतिनिधियों, सामाजिक संगठन के पदाधिकारियों, व्यापारिक संगठन के पदाधिकारियों से कोरोना के रोकथाम और उपचार में आवश्यक सहयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा कि अपने संस्थानों में स्वयं भी कोरोना संबंधित सुरक्षा निर्देशों का पालन करें और आने वाले आगंतुकों व ग्राहकों से भी कोरोना से सुरक्षा निर्देशों का पालन करवाएं।
बैठक में एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव, जिला पंचायत सीईओ श्री गजेंद्र सिंह ठाकुर, सीएमएचओ डॉ एस आर बंजारे, देवेश सिंह, दुष्यंत सिंह, सहित जिले के वरिष्ठ नागरिक, व्यापारिक संगठन के पदाधिकारी, किसान संगठन के पदाधिकारी उपस्थित थे।
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