रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कुछ लोगों ने प्रदर्शन किया। इन लोगों ने भीड़ इकट्ठा किया और रायपुर के धरना स्थल पर जमा हो गए। इन्होंने हाथों में तख्तियां भी पकड़ रखी थीं।
इन तख्तियों में लिखा था मास्क स्वैच्छिक है, नो मास्क, नो वैक्सीन, टीका नहीं लगवाएंगे, हमारा शरीर हमारा है सरकार का नहीं, TV मीडिया ही कोरोना है, कोरोना सिर्फ सामान्य सर्दी खांसी है।
एक ओर दुनियाभर की सरकारें कोरोना से लड़ने के लिए तमाम कोशिशें कर रही हैं, वही, दूसरी ओर पूरी दुनिया से उलट संदेश देते हुए ये लोग यह नारे लगाते रहे कि न मास्क पहनेंगे न टीका लगवाएंगे। छत्तीसगढ़ में कोरोना की वजह से 13 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। अब यहां की राजधानी में ही जमा होकर इन लोगों ने यह कह दिया कोरोना तो सिर्फ मीडिया का फैलाया भ्रम है।
पुलिस ने दर्ज किया मामला
इस संबंध में धरना स्थल के पास ही चाय का स्टॉल लगाने वाले मोह. कासिम नाम के युवक ने थाने में शिकायत की है। युवक की शिकायत पर पुलिस ने अब इन प्रदर्शनकारियों पर केस दर्ज कर लिया है। आईपीसी की धारा 149 यानी भीड़ का एक राय होकर किसी अपराध को अंजाम देना, महामारी नियमों का उल्लंघन और जानबूझकर बीमारी फैलाना लोगों के लिए खतरा खड़ा करने की धारा 269 और 270 के तहत 5 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इन पांच लोगों में डॉ सुशन राज, दीपक सरवान, नरेंद्र गुप्ता, दुष्यंत कुमार और रानू ब्रम्ने का नाम शामिल हैं।
बताया जा रहा है कि इन पांचों ने लुका-छुपी रविवार की शाम कोरोना को एक साजिश बताकर रायपुर के धरना स्थल में धरना दिया था।
शिकायत करने वाले मो कासिम ने कहा कि इन लोगो ने हाथों में पोस्टर रखा हुआ था जिनमें लिखा था- जबरन टीकाकरण बंद करो, कोरोना महामारी या महा साजिश, मेरा शरीर मेरा अधिकार, कोरोना एक षडयंत्र है। भीड़ में किसी ने मास्क नहीं पहना था। अब पुलिस इन गैर जिम्मेदार लोगों की तलाश कर रही है।
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