Save Rahul Campaign:
रोबोट के बच्चे को सफलतापूर्वक बाहर नहीं निकाल पाने के बाद रविवार देर रात सुरंग बनाने का काम फिर से शुरू कर दिया गया था । खबर यह भी है की बोरवेल में पानी भर रहा है जिससे बच्चा पानी में कुछ हद तक डूब रहा है। हालांकी बचाव दल अब बच्चे को अब देख पा रही है उनका कहना है बच्चा सांस ले रहा है।
जांजगीर बोरवेल के लिए खोदे गए गड्ढे में गिरा बच्चा राहुल अब जल्द ही रेस्क्यू कर लिया जाएगा। वह अब बचाव दल से 1 मीटर ही दूर रह गया है।बोरवेल वाले जगह की घेराबंदी कर लोगों को हटाया गया। एनडीआरएफ ने ऊपर में भी रेस्क्यू के काम को प्रारंभ किया है।
पानी का स्तर अधिक होने के कारण बोरवेल में पानी भर रहा है जिससे बच्चा पानी में कुछ हद तक डूब रहा है। पानी का स्तर कम करने के लिए कलेक्टर ने आदेश दिए है की गांव के अन्य बोरवेल्स को भी चलाया जाए जिससे पानी का स्तर कम हो सके इसके अलावा पास के ही 2 स्टापडेम से भी गेट खोलकर पानी को छोड़ा जा रहा है ताकि पानी का स्तर कम हो। बीच-बीच में चट्टान भी बाधा बन रही है इसे काटने के लिए ड्रिलिंग मशीन बिलासपुर से मंगाई गयी है, जिससे होल किया जा रहा है।
हालाँकि राहुल की सुरक्षा को देखते हुए और मिट्टी धसकने के डर से काम की गति को धीमा किया गया है। ड्रिल के दौरान भारी मात्रा में डस्ट निकल रहा है इसलिए स्मोक फ़िल्टर भी लगाया गया है। स्मोक फ़िल्टर से डस्ट को कंट्रोल किया जा रहा।
फिलहाल 6 से 7 फिट होरिजेंटल खुदाई की जा चुकी है। चट्टान को काटा गया है। आगे भी ड्रिल कर होल बनाया जा रहा है। मजबूत चट्टानी पत्थर को ड्रिल मशीन से जगह जगह होल किया जा रहा है। ताकि सुरंग का रास्ता तैयार हो सके। ड्रिल के दौरान भारी मात्रा में डस्ट निकल रहा है। स्मोक फ़िल्टर से डस्ट को कंट्रोल किया जा रहा। एनडीआरएफ ( NDRF ) की टीम एक बार फिर से रस्सी लेकर बच्चे को बाहर निकालने के लिए तैयार है। टीम बच्चे को अब देख पा रही है उनका कहना है बच्चा सांस ले रहा है। गौरतलब है बीती रात बच्चा सो गया था जिसके बाद रेस्क्यू ऑपरेशन कुछ समय के लिए रोक दिया गया था कुछ समय बाद जब बच्चे ने मूवमेंट किया तो उसे खाने का सामान दिया गया।
राहुल को निकालने में नाकाम रहा रोबोट
दरअसल, बच्चे को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए रोबोट की टीम गुजरात के सूरत से बुलाई गई थी। रविवार की सुबह 10 बजे बोर में रोबोट उतारा गया था। लोगों को उम्मीद थी कि इस तकनीक से बच्चे को बाहर निकाल लिया जाएगा, लेकिन यह तकनीक भी असफल रही। रोबोटिक विशेषज्ञ अहीर का कहना है कि रोबोट अब तक चार से पांच साल के बच्चों को निकालने में कामयाब रहा है लेकिन राहुल 11 साल का है।
इसके अलावा बोर में पानी और कीचड़ भी रोबोट के बच्चे को बाहर निकालने में असमर्थता का कारण बताया जा रहा था । रोबोट के बच्चे को सफलतापूर्वक बाहर नहीं निकाल पाने के बाद रविवार देर रात सुरंग बनाने का काम फिर से शुरू कर दिया गया था ।
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