फोरलेन सड़क के नीचे मिला न्यूज एंकर सलमा का कंकाल, 5 साल पहले दफनाई गई थी लाश
Anchor Salma Sultana Murder Case/कोरबा : पांच साल पहले न्यूज एंकर सलमा की हुई हत्या के मामले में आखिरकार पुलिस को कंकाल बरामद करने में सफलता मिल गई। करीब पांच माह पहले गुम इंसान की बंद हो चुकी फाइल की दोबारा जांच शुरू की गई। पुलिस को हत्या करने वालों की सुराग तो लग गई और बाद में हत्यारों तक भी पुलिस पहुंच गई, पर शव को बरामद करना चुनौती बना रहा। सिंगल लेन सड़क के किनारे जिस स्थल पर शव दफनाया गया था, वहां अब फोरलेन बन चुका है।
वर्ष 2018 में अचानक लापता हो गई लोकल न्यूज चैनल में एंकर कुसमुंडा निवासी सलमा सुल्ताना (24 वर्ष) की हत्या के मामला में पुलिस ने एक सप्ताह पहले जिम संचालक मधुर साहू व उसके दो अन्य साथियों को गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया कि सुल्ताना का गला घोंट कर हत्या करने के बाद शव को कोरबा दर्री मार्ग के मध्य स्थित भवानी मंदिर के पास सड़क के किनारे झाड़ियों के बीच दफन कर दिए हैं। अब चुनौती यह थी कि उस स्थान पर पहले सिंगल लेन सड़क थी। बाद में फोर लेन का निर्माण हो गया। ऐसे में शव को ढूंढना बेहद चुनौती पूर्ण साबित हुआ। मंगलवार को दूसरी बार पुलिस ने एसडीएम से अनुमति लेकर सड़क के उस स्थल पर जेसीबी से खुदाई शुरू की, जिस स्थल को आरोपितों ने चिंहित किया था।
पूरे दिन चले खुदाई कार्य के बाद शाम करीब छह बजे प्लास्टिक व चादर में लिपटी लाश मिट्टी के मलबे के साथ जेसीबी के बैकेट में फंस कर निकली। पुलिस ने मलबा हटाया तो हड्डियां नजर आने लगी। तब तक मौके पर काफी भीड़ लग चुकी थी, पिछले पांच माह से सलमा की मर्डर मिस्ट्री को सुलझाने में लगी पुलिस के लिए यह बड़ी सफलता थी। वहीं आम लोग में भी लाश मिल रही है या नहीं, इसे लेकर कौतुहल था। पुलिस को कोर्ट में हत्या किए जाने का एक प्रमुख साक्ष्य मिल गया है।
प्रेम संबंध में आ गई थी खटास, गला घोंट कर की थी हत्या
एलआइजी 17 शारदा विहार के एक किराए के मकान में सुल्ताना अस्थाई रूप से रहती थी। वहां लगभग प्रतिदिन उसका प्रेमी मधुर साहू आता- जाता था। आरोपित ने पुलिस को बताया है कि प्रेम संबंध में खटास आने की वजह विवाद होने लगा। सलमा के चरित्र पर मधुर संदेह करता था। 21 अक्टूबर 2018 की रात को मधुर अपने एक मित्र कौशल श्रीवास के साथ पहुंचा था। सभी जाम छलका रहे थे, नशे की अवस्था में सलमा ने पुलिस में शिकायत करने की धमकी दे दी। पुलिस को लेकर भी दोनों के बीच विवाद चल रहा था। गुस्से में आकर मधुर ने सुल्ताना का गला घोंट दिया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। शव को ठिकाने लगाने एक ओर साथी अतुल शर्मा 26 वर्ष निवासी रूमगढ़ा का सहयोग लिया। तीनों आरोपित वर्तमान में जेल में बंद हैं।
पैर की हड्डियां मिली जुड़ी हुई, चप्पल भी मिली
आरोपितों ने बताया था कि शव का हाथ पैर में रस्सी बांध कर एक चादर से लपेटने के बाद उसके उपर से प्लास्टिक लपेट कर कार की डिक्की में डाल कर दर्री मार्ग में सड़क किनारे गड्ढा कर दफना दिए थे। अब पुलिस का भी दावा है कि खुदाई के बाद कंकाल मिला तो दोनों पैर की हड्डियां आपस में जु़ड़ी हुई थी। पुलिस ने एक चप्पल भी बरामद किया है। माना जा रहा है कि यह मृतका सलमा का है।
हड्डियां भेजी जाएंगी लैब, डीएनए टेस्ट भी होगा- राबिंसन
सीएसपी राबिंसन गुड़िया ने बताया कि कंकाल बरामद किया गया है। परिस्थितिजन्य साक्ष्य से ऐसा लगा रहा है कि शव को कपड़े से ढांका गया था, फिर उसके ऊपर प्लास्टिक लपेटा गया। हड्डियों को जब्त कर लिया गया है। रसायानिक परीक्षण के लिए इसे मेडिकल कालेज रायपुर भेजा जाएगा। साथ ही हड़्डियां सलमा सुल्ताना की है या नहीं, इसकी पुष्टि के लिए डीएनए टेस्ट की प्रक्रिया भी पूर्ण की जाएगी। मौके पर मिले चप्पल की शिनाख्ती भी मृतक के स्वजनों से कराई जाएगी।
थोडी ही खुदाई में मिल गई सफलता, नहीं तोड़ना पड़ा कांक्रीट
पुलिस ने 250 स्क्वायर मीटर सड़क खोदने की योजना बनाई थी, पर तकनीकी युक्ति की वजह से इसकी नौबत नहीं आई। जिस स्थल को आरोपित ने चिंहित किया था, उसे क्षेत्र को स्केनर मशीन के माध्यम से सर्च किया गया। कुछ संदिग्ध वस्तु के संकेत मिलने पर इसे दफनाए गए शव मान कर जेसीबी से सडक के नीचे हिस्से में खुदाई (सुरंग बनाने जाने जैसे तरीके से) शुरू की गई। इसलिए सड़क के कांक्रीट वाले हिस्से को नुकसान नहीं हुआ।
ऐसे शुरू हुई दोबारा जांच
पांच साल पहले सलमा के लापता होने पर स्वजनों ने कुसमुंडा थाना में इसकी शिकायत की। पुलिस ने गुम इंसान का मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू की, पर उसका कहीं कोई पता नहीं चल सका। समय गुजरता गया और पुलिस ने लापता लोगों की लंबित मामलों में इसे शामिल कर लिया। पुलिस अधीक्षक यू उदय किरण के पदस्थापना के बाद उन्होंने लापता किशोरी व युवतियों की लंबित मामलों की पुन: जांच के निर्देश दिए। सुल्ताना के लापता की जांच की जिम्मेदारी दर्री सीएसपी राबिंसन गुड़िया (आइपीएस) को दी गई थी। उन्होंने सुल्ताना के मामले की जांच शुरू की तो हत्या किए जाने के संकेत मिले। इसके बाद एसपी किरण ने टीम गठित कर मामले की जांच करने कहा।