भारत

राज्य सरकार का बड़ा फैसला, गरीब बेटियों को शादी से दो माह पहले मिलेगा 31 हजार का शगुन

हिमांचल प्रदेश। माता-पिता को खो चुकीं बीपीएल (गरीबी रेखा से नीचे) सूची में शामिल परिवारों की बेटियों के विवाह के लिए जयराम सरकार 31 हजार रुपये का ‘शगुन’ देगी।

READ MORE: 12 जून राशिफलः धनु राशि वालों को मिल सकती है बड़ी सफलता, मकर राशि वालों के परिवार में हो सकता है विवाद

दरअसल सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग ने सरकार की शगुन योजना की अधिसूचना जारी कर दी है। इसमें मुख्यमंत्री की बजट घोषणा एक अप्रैल से लागू की गई है। बीते अप्रैल और मई में शादी कर चुकीं बीपीएल परिवारों की बेटियों को भी इसका लाभ मिलेगा।

READ MORE: छत्तीसगढ़ वर्चुअल योग मैराथन: अब तक 40 हजार से ज्यादा लोगों ने किया ऑनलाइन पंजीयन, योग के प्रति दिखा जबरदस्त उत्साह

कैसे मिलेगा योजना का लाभ

बता दें कि इस योजना का लाभ लेने के लिए शादी का प्रमाणपत्र दिखाना होगा। प्रदेश के स्थायी निवासी लड़के से ही विवाह करने की योजना में अनिवार्यता नहीं है। लड़के की उम्र 21 वर्ष और हिमाचली बोनाफाइड लड़की की उम्र 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।

READ MORE: मानसून की आहट के साथ मंडराने लगा बाढ़ का खतरा, जिला प्रशासन ने शुरू की तैयारियां, 108 पंचायतों को किया गया अलर्ट

सीएम जयराम ठाकुर ने छह मार्च को विधानसभा में पेश बजट में 50 करोड़ की नई ‘शगुन’ योजना का एलान किया था। इसमें पहले अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के बीपीएल परिवारों की बेटियों को ही शामिल किया था।वहीं विपक्ष के हंगामे के बाद सरकार ने सामान्य वर्ग के बीपीएल परिवारों की बेटियों को भी योजना में शामिल किया है।

READ MORE: नगर निगम की खुली पोल: बकाया बिल का भुगतान करवाने मेयर पति ने की 20 करोड़ की डील! RSS और केंद्रीय मंत्रियों के नाम भी आये सामने

ऐसे करें आवेदन
विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजय गुप्ता की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार बेटियों को बाल विकास अधिकारी या नारी सेवा सदन या बालिका आश्रम में इसके लिए आवेदन करना होगा। सरकार ने आवेदन फार्म जारी किया है।

READ MORE: छत्तीसगढ़ की लड़की पहुंची बॉलीवुड, पहली ही फिल्म में विद्या बालन संग आएगी नज़र

विवाह से दो माह पहले राशि जारी की जाएगी। अगर कोई विवाह से पहले आवेदन नहीं कर सकेगा तो उन्हें छह माह में वित्तीय लाभ के लिए आवेदन करने की मोहलत दी है।

Related Articles

Leave a Reply

Back to top button