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तारक मेहता की ‘बबीता जी’ गिरफ्तार, 4 घंटे की गई पूछताछ, जानिए फिर क्या हुआ..?

मुनमुन दत्ता ‘बबीता जी’ गिरफ्तारी: मुनमुन दत्ता ने पिछले साल 9 जनवरी को यूट्यूब पर एक वीडियो जारी कर अनुसूचित जाति समाज के खिलाफ अभद्र और अपमानजनक टिप्पणी की थी, जिसके बाद शिकायतकर्ता रजत कलसन ने 13 मई 2021 को मुनमुन दत्ता के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। हांसी शहर में एससी एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था।
तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ से मशहूर हुईं एक्ट्रेस मुनमुन दत्ता उर्फ ​​बबीता जी सोमवार को हांसी थाने में दर्ज अनुसूचित जाति एवं जनजाति अत्याचार अधिनियम के तहत अपने खिलाफ दर्ज एक मामले में जांच अधिकारी डीएसपी विनोद शंकर के समक्ष पेश हुईं। जिसके बाद जांच अधिकारी ने औपचारिक रूप से उन्हें गिरफ्तार कर उनके कार्यालय में करीब 4 घंटे तक पूछताछ की। इसके बाद आरोपी मुनमुन दत्ता को अंतरिम जमानत पर रिहा कर दिया गया।

मुनमुन दत्ता की एक झलक पाने के लिए डीएसपी कार्यालय के बाहर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। हाईकोर्ट के वकील और हाईकोर्ट के आदेश पर मुनमुन दत्ता खुद दो सुरक्षाकर्मियों और बाउंसरों के साथ डीएसपी कार्यालय पहुंचीं. मुनमुन दत्ता ने इस दौरान किसी मीडियाकर्मी से बात नहीं की। 13 मई 2021 को हांसी के दलित अधिकार कार्यकर्ता रजत कलसन ने मुनमुन दत्ता के खिलाफ एससी एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया था।
मुनमुन दत्ता की याचिका को विशेष अदालत ने खारिज कर दिया
इसके बाद मुनमुन दत्ता ने अपने खिलाफ दर्ज केस को रद्द करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। उस याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने 22 सितंबर 2021 को खारिज कर दिया था। मुनमुन दत्ता की अग्रिम जमानत याचिका को 28 जनवरी को हिसार में एससी-एसटी एक्ट के तहत गठित विशेष अदालत ने खारिज कर दिया था, जिसके बाद मुनमुन दत्ता ने पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में शरण ली थी। अग्रिम जमानत के लिए।
हाईकोर्ट के जज ने कहा था- पेश होने के लिए
4 फरवरी को, पंजाब हरियाणा उच्च न्यायालय के न्यायाधीश अवनीश झिंगन ने मुनमुन दत्ता को हांसी में जांच अधिकारी के सामने पेश होने और जांच में शामिल होने के लिए कहा था। जांच अधिकारी को मुनमुन दत्ता को गिरफ्तार करने के आदेश दिए गए हैं और उनसे पूछताछ के बाद उन्हें अंतरिम जमानत पर रिहा किया जाए। इसके अलावा जांच अधिकारी को 25 फरवरी को उच्च न्यायालय के समक्ष जांच रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए।
युवराज और युविका चौधरी भी मामले में सामने आए हैं
गौरतलब है कि पिछले साल 9 मई को मुनमुन दत्ता ने यूट्यूब पर एक वीडियो जारी कर दलित समाज के लिए अपमानजनक टिप्पणी की थी, जिस पर हांसी के दलित अधिकार कार्यकर्ता रजत कलसन ने मुनमुन दत्ता के खिलाफ एससी एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया थाथाना हांसी में। किया था। इससे पहले उन्होंने पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह और फिल्म अभिनेत्री युविका चौधरी के खिलाफ दलितों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने का मामला दर्ज किया था। उसे भी हांसी पुलिस के सामने आकर जांच में शामिल होना पड़ा और पुलिस ने उसे औपचारिक रूप से गिरफ्तार भी किया लेकिन अंतरिम जमानत पर रिहा कर दिया।

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