नई दिल्ली : देश से दिग्गज बिजनेसमैन रतन टाटा की टाटा ग्रुप जल्दी ही कंपनी मोबाइल फोन बनाने के काम में एंट्री करने वाली है। टाटा ग्रुप जल्द ही आईफोन बनाने का काम शुरू कर सकती है। कंपनी की एपल सप्लायर विस्ट्रॉन कॉर्प से बात चल रही है। जल्द ही दोनों के बीच डील हो सकती है। अगर डील फाइनल होती है तो टाटा ग्रुप आईफोन बनाने वाली देश की पहली कंपनी बन जाएगी।
बता दें, iPhone बनाने वाली कंपनी विस्ट्रॉन का प्लांट कर्नाटक में है। डील होने के बाद टाटा कर्नाटक के प्लांट को टेकओवर कर सकती है। टाटा के इस कदम से चीन को कड़ी टक्कर मिलेगी।
1.8 अरब डॉलर फोन बनाने का है लक्ष्य
ताइवान की विस्ट्रॉन कंपनी कॉन्ट्रैक्ट पर इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स बनाती है। हाल ही में कंपनी ने कर्नाटक प्लांट से इस साल 1.8 अरब डॉलर के आईफोन बनाने का टारगेट तय किया है। कंपनी ऐसा इसलिए करना चाहती है ताकि उसे सरकारी इन्सेंटिव मिल सके। वहीं, कंपनी अपने वर्कफोर्स को भी अगले साल तक तीन गुना बढ़ाने पर फोकस कर रही है।
बता दें, विस्ट्रॉन इंडिया में आईफोन मैन्युफैचरिंग से निकलना चाहती है। जिसके बाद अब टाटा ने इस कंपनी को खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है. हालांकि, टाटा, विस्ट्रॉन और एपल ने इस बारे में कुछ भी बताने से मना कर दिया है। जानकारी के मुताबिक, टाटा और विस्ट्रॉन की बातचीत चल रही है। अगस्त में वो डील को फाइनल कर सकते हैं। अगर टाटा की ये डील हो जाएगी तो टाटा भारत में आईफोन बनाने वाली पहली कम्पनी बन जाएगी। साथ ही मार्केट में जल्द ही मेड इन इंडिया के आईफोन नजर आएंगे।
चीन को देगा टक्कर
सरकार विदेशी कंपनियों को अपने प्रोडक्शन और वर्क फोर्स को बढ़ाने के लिए इन्सेंटिव दे रही है। कोरोना के बाद से सप्लाई की दिक्कतों और अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते तनाव से विदेशी कंपनियां चीन पर ज्यादा डिपेंडेंट हैं। ऐसे में भारत में निवेश करने के लिए विदेशी कंपनियां आगे आ रही है। टाटा ग्रुप ने हाल ही में इलेक्ट्रॉनिक प्रॉडक्शन में एंट्री की है। तमिलनाडु में कंपनी की फैक्ट्री में आईफोन का चेसि यानी डेवाइस का मेटल बैकबोन बनाती है।