39 जवानों की हत्या करने वाले खुंखार नक्सली का सरेंडर, 14 लाख रु. के 3 इनामी माओवादियों ने छोड़े हथियार
दंतेवाड़ा पुलिस को ‘लोन वर्राट’ यानी ‘घर वापस आइए’ अभियान के तहत शनिवार को बड़ी सफलता मिली है। CRPF DIG विनय कुमार सिंह और SP डॉ अभिषेक पल्लव के सामने 14 लाख रुपए के 3 इनामी नक्सलियों ने सरेंडर किया है। यह तीनों नक्सली कई बड़ी घटनाओं में शामिल रहे हैं। इनमें 8 लाख रुपए का इनामी नक्सली राजू ताती 39 जवानों की हत्या में शामिल रहा है। वहीं जीरा अलामी के ऊपर 5 लाख तो कुम्मा बारसे पर 1 लाख रुपए का इनाम है। दंतेवाड़ा पुलिस इसे बड़ी कामयाबी बता रही है। ‘लोन वर्राटू’ अभियान के तहत जिले में अब तक 403 नक्सली सरेंडर कर चुके हैं।
दंतेवाड़ा पुलिस के मुताबिक रोशन ताती उर्फ राजू नक्सलियों के दण्डकारण्य स्पेशल जोनल सीएनएम का उप प्रभारी है। संगठन में रहते हुए राजू साल 2014 में सुकमा जिले के कसालपाड़ इलाके में हुई पुलिस नक्सली मुठभेड़ में शामिल रहा है। इस घटना में 14 जवान शहीद हुए थे। साल 2015 में सुकमा जिले के ही बुरकापाल में पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में भी शामिल था। इस मुठभेड़ में 25 जवान शहीद हुए थे। इन दोनों घटनाओं को अंजाम देने के बाद राजू घटना स्थल की ही वीडियो रिकॉर्डिंग का काम करता था। राजू अब ‘लोन वर्राटू’ अभियान से प्रभावित होकर मुख्यधारा में लौट आया है।