रायपुर/जांजगीर। छत्तीसगढ़ के जांजगीर जिले की कल्पना सिंह जो कि चांपा DPS स्कूल की प्रिंसिपल हैं, आज KBC की हॉट सीट पर नजर आने वाली है। आज टीचर्स-डे स्पेशल पर कौन बनेगा करोड़पति एपिसोड प्रसारित किया जाएगा। जिसमें कल्पना सिंह नजर आने वाली हैं। यह कार्यक्रम सोमवार रात 9 बजे से सोनी चैनल पर प्रसारित होने वाला है। इस विशेष मौके पर कल्पना सिंह ने बताया कि वो कौन बनेगा करोड़पति में आने के लिए पिछले 20 सालों से मेहनत कर रहीं थीं। इसके अतिरिक्त उन्होंने कार्यक्रम और जीवन से जुड़े कई बिंदुओं पर भी बातचीत की।
2001 में पहली बार देखा था KBC का पहला सीजन
कल्पना सिंह ने कहा कि केबीसी खेलने के लिए उन्होंने बहुत मेहनत की है। उन्होंने कहा कि 2001 में उन्होंने KBC का पहला सीजन देखा था। तब से ही उनके मन में ये सपना था कि वे सदी के महानायक के सामने जाएं और कौन बनेगा करोड़पति खेलें। इसके बाद से ही वे कड़ी मेहनत कर रही थी। यद्यपि वे पीएससी की भी तैयारी कर रही थी, इस वजह से उन्हें लगता था कि वे इस प्रोग्राम में जरूर सिलेक्ट हो जाएंगी और फिर वे लगातार मेहनत करती रही। साथ ही वे हर सीजन में केबीसी के एपिसोड भी देखा करती थी।
मई महीने में जब पहली बार फोन आया
इसी दौरान उन्होंने इस सीजन के लिए सोनी पर अपना रजिस्ट्रेशन करवाया, तब उन्हें पहली बार मई महीने में मुंबई से कॉल आया था। फिर अलग-अलग 5 राऊंड हुए। जिसमें सवाल भी काफी कठिन पूछे गए थे, पर उन्होंने सबका जवाब दिया। आखिर में, अगस्त के महीने में अचानक मुंबई से फोन आ ही गया। उनसे यह कहा गया कि 24 अगस्त को मुंबई आ जाईए, आपकी रिकॉर्डिंग करवानी है। 27 अगस्त को प्रोग्राम की रिकॉर्डिग की गई। जहां उन्होंने 6वां राउंड फास्टेस्ट फिंगर फर्स्ट खेला और फिर वे सिलेक्ट हो गई। तब उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं था। उसी दिन उनके प्रोग्राम की रिकॉर्डिंग भी पूरी हो गई।
बहुत ही विनम्र हैं अमिताभ जी- कल्पना
कल्पना का कहना है कि अमिताभ बच्चन सच में सदी के महानायक हैं। वे इतने विनम्र हैं कि जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। उन्होंने सभी को बहुत अच्छे से ट्रीट किया और उन्होंने ऑनस्क्रीन तो बातें की ही हैं। ऑफस्क्रीन भी वे उनसे बातें किया करते थे। विशेष रूप से अमिताभ जी ने उनके कार्य की काफी सराहना भी की। कल्पना कहती हैं कि उनसे मिलकर ऐसा लगा ही नहीं कि वो इतने बड़े अभिनेता हैं।
मध्यप्रदेश के ग्वालियर की रहने वाली हैं कल्पना
जानकारी के मुताबिक, कल्पना मुख्य रूप से मध्यप्रदेश की हैं। कल्पना के पति अजय सिंह भी ग्वालियर में टीचर के रूप में कार्यरत हैं और वो अपने बच्चे के साथ चांपा के डीपीएस स्कूल कैंपस में ही रहती हैं। उन्होंने बताया कि वो पिछले 6 साल से यहां काम कर रही हैं। वे कहती हैं कि मुझे इस मुकाम तक पहंचाने में मेरी मां सरला तोमर का बहुत बड़ा योगदान रहा है। वो इसलिए क्योंकि मैं जिस इलाके से आती हूं उसका नाम है मुरैना। वहां हमारे समय में लड़कियों को पढ़ाने का रिवाज ही नहीं था। फिर भी मेरी मां ने मेरे पिता जी से झगड़ा कर हमें ग्वालियर लेकर आईं। वहीं पर मैंने अपनी पढ़ाई पूरी की है। कल्पना के पिता राजेंद्र सिंह तोमर मध्यप्रदेश पुलिस के रिटायर्ड पुलिसकर्मी हैं। कल्पना अपनी सफलता का श्रेय अपने माता- पिता को देती हैं।
हमेशा एक्टिव मोड पर रहें- कल्पना
कल्पना ने कहा कि यदि आप भी केबीसी में सिलेक्ट होना चाहते हैं तो सबसे आवश्यक है कि आप हमेशा इसके एपिसोड देखें। रोज अपने आसपास, देश, दुनिया में घटित होने वाली घटना पर नजर रखें, उसे समझते रहें। क्योंकि यह कोई परीक्षा नहीं है कि जिसे किताब के सहारे पास किया जा सके, बल्कि यहां आपका अनुभव और ज्ञान ही काम आता है। कल्पना कहती हैं कि इंसान को हमेशा बड़े सपने देखने चाहिए और उसके पीछे लगे रहना चाहिए। चूंकि मुझे केबीसी खेलना था और इसके लिए मैंने भी काफी दिनों से संघर्ष किया। तब जाकर अभी मुझे सफलता मिली है।
कोरोनाकाल में होना पड़ा बहुत परेशान
कल्पना ने कहा कि कोरोनाकाल के दौरान हमें भी बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ा। यूं तो ऑनलाइन क्लासेस चल रहीं थीं, लेकिन ऐसा हो रहा था कि बच्चे ज्यादा मोबाइल, लेपटॉप उपयोग करने के कारण बीमार पड़ रहे थे। ऐसे में उन्हें पढ़ाना और उस दौरान स्कूल चलाना भी बहुत मुश्किल था। किंतु हौसला और हमारे स्कूल के सभी टीचर की मेहनत व लगन से हमने ऐसे समय का भी सामना कर लिया है।
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