मध्यप्रदेश के इंदौर के बाणगंगा थाना इलाके में पुलिस ने जो BPO कर्मचारी के अंधेकत्ल की गुत्थी थी, वो सुलझा ली है। पुलिस ने ने जांच की एक-एक कड़ियां जोड़ी तब जाकर इस कत्ल में शामिल एक-एक परत खुलती गई। अंत में कत्ल की मास्टरमाइंड उसी की पत्नी निकली। जिस पति से उसे बचपन से प्यार था, परिवार से लड़-झगड़कर जिससे शादी रचाई थी, करवाचौथ से पहले उसका ही कत्ल करवा दिया। इस मामले की प्लानिंग पूरी तरह से फिल्मी स्टाइल में रची गई थी। फिलहाल इस केस के पांचों आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। आइए जानते हैं कैसे रची थी पूरी साजिश..
उज्जैन के फाजलपुरा में रहने वाली वर्तिका और आकाश ने नर्सरी क्लास से ही साथ में पढ़ाई की। दोनों के घर आसपास ही थे। वे दोनों एक-दूसरे को बचपन से ही पसंद करने लगे। उनका परिवार राजी नहीं था, लेकिन बावजूद इसके, दोनों ने परिवार को मनाया और 2020 में शादी कर ली। करीब डेढ़ साल पहले आकाश, पत्नी वर्तिका, भाई और मां को लेकर इंदौर आ गया। यहां पर उसने कॉल सेंटर में जॉब करनी शुरू की। फिलहाल वह वर्क फ्रॉम होम काम कर रहा था।
वहीं, वर्तिका की बुआ देवास (dewas) में रहती हैं। वह वहां अमलतास हॉस्पिटल में काम करती हैं। उन्होंने वर्तिका के बात करने पर उसे अपने हॉस्पिटल के HR डिपार्टमेंट में जॉब दिला दी। चूंकि कर्ज की वजह से उसका पति परेशान रहता था इस वजह से उसने भी वर्तिका को मना नहीं किया। वर्तिका इंदौर से देवास आना-जाना करने लगी। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान वर्तिका देवास से 15 दिन में केवल एक बाद इंदौर आने लगी। उसने परिवार से कहा कि उसे अस्पताल की तरफ से एक कमरा दिया गया है जबकि हकीकत यह था कि वह अस्पताल के नर्सिंग हेड मनीष शर्मा के नजदीक आ चुकी थी।
इसके बाद जब 2 अगस्त, 2021 को वर्तिका इंदौर आई, तो उसके पति आकाश ने मनीष और उसके बीच की चैटिंग देख ली। दोनों में इसे लेकर काफी झगड़ा भी हुआ, मगर वर्तिका ने प्रोफेशनल लाइफ कहकर बात वहीं खत्म कर दी। उसने दोबारा अस्पताल के लिए अप-डाउन करना शुरू कर दिया। आकाश पहले से ही कर्ज से परेशान हो गया था, इसलिए उसने वर्तिका को जॉब करने से नहीं रोका। मगर इसके बाद से ही आकाश पत्नी पर शक करने लगा और अक्सर उससे VIDEO कॉल कर बातें करने लगा। फिर एक दिन आकाश ने जब वर्तिका को फोन लगाया तो उसने रिसीव नहीं किया।
इसपर आकाश अपने एक दोस्त को साथ लेकर सीधा अमलतास हॉस्पिटल गया। लेकिन उसे सिक्योरिटी गार्ड ने अंदर नहीं जाने दिया। वर्तिका से उसकी फोन पर बात कराई, फिर उसने आकाश को समझा-बुझाकर वापस भेज दिया। इसी के बाद ही आकाश के मर्डर की प्लानिंग की गई।
जानकारी के अनुसार, हॉस्पिटल का सारा प्रभार नर्सिंग हेड मनीष शर्मा के पास था। किसी को नौकरी देना या निकालने का निर्णय भी मनीष शर्मा ही किया करता था। तो ऐसे में सिक्योरिटी इंचार्ज जीतू भी इस साजिश में शामिल हो गया। जीतू ने वहीं के बाउंसर अर्जुन मंडलोई से बात की। फिर अर्जुन ने अपने जान-पहचान वाले अंकित पवार को लालच दिया और उसे भी अपने साथ ले लिया। वर्तिका ने मनीष को इस बात की पूरी जानकारी दे दी कि उसका पति उसे किस रास्ते और कब छोड़ने आता-जाता है।
इसके बाद, 13 अक्टूबर को आकाश पत्नी वर्तिका को बाइक से लेकर बस स्टैंड पहुंचा। यहां उसने वर्तिका को देवास की बस में बिठाया और खुद घर लौट रहा था। उधर, अंकित और अर्जुन लगातार आकाश के पीछे घात लगाकर बैठे हुए थे। पत्नी को छोड़ने के बाद जैसे ही आकाश घर के लिए निकला, पोलोग्राउंड के पास अर्जुन और अंकित ने उसे रोककर आकाश की आंखों में मिर्ची डाल दी। फिर मौका देख अंकित ने चाकू से वार कर दिया। अंकित और अर्जुन वहां से भाग गए, आकाश की मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस ने पांच दिनों की कड़ी मशक्क्त कर 90 किलोमीटर के दायरे के 150 से अधिक CCTV कैमरे खोज डाले। यहां तक कि कई संदेहियों से कड़ी पूछताछ की, तब जाकर पुलिस के हाथ एक अहम् सुराग लगा। जांच के दौरान पुलिस को यह सूचना मिली कि मृतक की पत्नी के एक दोस्त से अवैध संबंध थे और उन्हीं दोनों ने मिलकर भाड़े के बदमाशों से युवक का कत्ल करवाया है। फिलहाल, पुलिस ने पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया है।
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