यूजीसी ने जारी की नई गाइडलाइन, अब पीएचडी में एडमिशन के लिए जरूरी नही मास्टर डिग्री..
यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (UGC) ने पीएचडी एडमिशन PhD Admission के लिए नये दिशा निर्देश जारी किए हैं. पीएचडी में एडमिशन कैसे लेना है? और एडमिशन लेने के लिए क्या प्रक्रिया अपनाई जाती है…
यूजीसी ने एक नई गाइडलाइन की घोषणा की है जो सभी छात्रों के लिए वरदान साबित होगी इस घोषणा के अंतर्गत पीएचडी में एडमिशन के लिए मास्टर डिग्री की जरूरत नहीं पड़ेगी बल्कि छात्र केवल ग्रेजुएशन करने के बाद ही पीएचडी के लिए एडमिशन ले सकेंगे नई गाइडलाइन के अनुसार 4 वर्ष ग्रेजुएशन डिग्री वाले छात्र के लिए योग्य होंगे जिसमें 7.5 सीजीपीए होना अनिवार्य होगा।
READ MORE: छत्तीसगढ़: 16 जून से खुलेंगी स्कूलें, शिक्षा विभाग ने लिया बड़ा फैसला..
गौरतलब है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार एमफिल M.Phil को खत्म करने की सिफारिश की गई है. साथ ही 4 वर्ष के ग्रेजुएशन प्रोग्राम का लागू करने की घोषणा की गई है. जिससे अब 3 वर्ष के ग्रेजुएशन कोर्स को 4 साल का कर दिया जाएगा, जिसे देखते हुए UGC ने पीएचडी के इन नियमों में बदलाव किया है।
साथ ही यह बताया गया है कि यूजी पाठ्यक्रमों में 7.5 या इससे अधिक सीजीपीए (CGPA) लाने वाले छात्र ही पीएचडी एडमिशन के लिए पात्र होंगे। हालांकि जिन छात्रों ने 7.5 से कम सीजीपीए प्राप्त किया है उन्हें 1 वर्षीय मास्टर डिग्री हासिल करनी होगी।