Ukraine Russia war, Ukraine Russia crisis: यूक्रेन की राजधानी कीव पर कब्जा करने के लिए अब रूस से एक बड़ा सैन्य वाहन भेजा गया है। मंगलवार को यूक्रेन-रूस युद्ध का छठा दिन है। इस बीच खबर आई है कि रूस का 40 मील (64 किमी) लंबा काफिले में रूस के टैंक और अन्य सैन्य वाहन कूच कर रहे हैं। यह रूसी आक्रमण के बाद से यूक्रेन भेजा गया सबसे लंबा सैन्य काफिला है। इससे पहले भेजे गए रूसी काफिले 3 मील तक था।
इसी स्पेस फर्म Maxar Technologies से जो तस्वीरें सामने आई हैं वो डराने वाली हैं। इसमें काफिले के साथ-साथ कीव से सटे इलाकों में जलते हुए घर भी दिखाई दे रहे हैं। फिलहाल कीव के नॉर्थवेस्ट में करीब 45 किमी दूर काफिला नजर आ रहा है।
सोमवार को बेलारूस में रूस और यूक्रेन के बीच बातचीत हुई, लेकिन कोई हल नहीं निकला। यूक्रेन चाहता है कि रूसी सेना जल्द से जल्द पूरे यूक्रेन से हट जाए। दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडलों के बीच कुछ मुद्दों को मंजूरी मिल गई है, जल्द ही दूसरे दौर की बैठक भी हो सकती है।
वहीं काफिला दक्षिण में एंटोनोव एयरपोर्ट क्षेत्र से शुरू हो रहा है, जो उत्तर में प्रिबिर्स्क क्षेत्र में समाप्त होता है। इस काफिले की कुल लंबाई करीब 40 मील है। रूसी काफिले में सैकड़ों सैन्य वाहन, टैंक, आर्टिलरी गन आदि होते हैं। इवानकीव क्षेत्र में कुछ घर ऐसे हैं जो कीव से पहले रास्ते में गिरते हैं जो जलते हुए दिखाई देते हैं। उसके पास एक रूसी तोपखाना खड़ा है, जो भविष्यवाणी कर सकता है कि हमला उसकी तरफ से हो सकता है।
यूक्रेन के ड्रोन हमले से रूसी सेना के काफिले को कम से कम नुकसान पहुंचाने की तैयारी भी कर ली गई है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, युद्ध की शुरुआत के बाद से 500,000 यूक्रेनियन अपने घरों से भागने और पड़ोसी देशों में शरण लेने के लिए मजबूर हो गए हैं।
यूक्रेन के साथ वार्ता के विफल होने के बाद सोमवार को पुतिन ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से फोन पर बात की थी। इसमें पुतिन ने साफ किया कि समझौता तभी हो सकता है जब उसकी तीन शर्तें मान ली जाएं। इसमें क्रीमिया पर रूसी संप्रभुता की मान्यता, यूक्रेन का विसैन्यीकरण और विमुद्रीकरण और यूक्रेन की तटस्थ स्थिति सुनिश्चित करना शामिल है।
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