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Vice President Election 2022: जगदीप धनखड़ का उपराष्ट्रपति बनना है तय! जानें- कैसा रहा है उनका राजनीतिक करियर…

Vice President Election 2022: बीजेपी ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को एनडीए से उप-राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया है. भाजपा संसदीय दल की बैठक में इस पर सहमति बनी. बैठक में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अन्य ने भाग लिया. Vice President Election 2022:

बैठक के बाद बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए जगदीप धनखड़ के नाम का ऐलान किया. नड्डा ने जगदीप धनखड़ को एक किसान के बेटे के रूप में संबोधित किया।

गौरतलब है कि जगदीप धनखड़ का पश्चिम बंगाल में राज्यपाल के तौर पर कार्यकाल चर्चा में रहा था. उनके और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच कई बार टकराव हो चुका है. हालांकि अब यह देखना भी दिलचस्प होगा कि धनखड़ के जाने के बाद बंगाल का नया राज्यपाल बनेगा और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी के साथ उनके कैसे संबंध होंगे.

किसानपुत्र जगदीप धनखड़ की पूरी कहानी:-

18 मई 1951 को जन्में जगदीप धनखड़ के पिता चौधरी गोकुलचंद धनखड़ किसान थे, इसलिए नड्डा ने उन्हें किसान पुत्र के रूप में पेश किया. धनखड़ सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता और राजस्थान हाई कोटि बार एसोसिएशन के अध्यक्ष भी रह चुके हैं.

धनखड़ मूल रूप से झुंझुनू के किठाना गांव के रहने वाले हैं. उन्हें IIT, NDA और IAS के लिए भी चुना गया था, लेकिन धनखड़ ने खुद वकालत करना चुना. जगदीप धनखड़ ने अपने करियर की शुरुआत बार काउंसिल ऑफ राजस्थान में एक वकील के रूप में की और 1990 में सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस शुरू की.

इतना ही नहीं एक जमाने में धनखड़ राजस्थान की राजनीति का जाना माना चेहरा रहे हैं. उन्होंने राजस्थान में जाटों को आरक्षण दिलाने में भी बहुत योगदान दिया. धनखड़ खुद भी जाट हैं और इसलिए इस समुदाय में उनकी काफी पकड़ है. धनखड़ पहले 1989 से 1991 तक झुंझुनू लोकसभा सीट से जनता दल पार्टी के सांसद थे. धनखड़ 1989 में झुंझुनू से सांसद बनने के बाद चंद्रशेखर सरकार में केंद्रीय मंत्री भी थे, लेकिन बाद में कांग्रेस में चले गए. हालांकि, कांग्रेस के चुनाव चिन्ह पर वे अजमेर से लोकसभा चुनाव हार गए, जिसके बाद उन्होंने 2003 में भाजपा को हराया और अजमेर से विधानसभा चुनाव जीता. धनखड़ को 20 जुलाई 2019 को पश्चिम बंगाल का राज्यपाल नियुक्त किया गया था.

जगदीप धनखड़ का उपाध्यक्ष बनना कैसे तय:-

बता दें कि देश के उपराष्ट्रपति के चुनाव में निर्वाचक मंडल में संसद, लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों के सभी सदस्यों के वोट शामिल होते हैं. वर्तमान में संसद में सांसदों की कुल संख्या 780 है. इनमें से अकेले भाजपा के पास 394 सांसद हैं और चुनाव जीतने के लिए 390 से अधिक मतों की जरूरत है. ऐसे में माना जा रहा है कि जगदीप धनखड़ उपाध्यक्ष बनेंगे.

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