हर वर्ष 7 जुलाई के दिन विश्व चॉकलेट दिवस यानी वर्ल्ड चॉकलेट डे मनाया जाता है। इस खास मौके पर लोग अपने दोस्तों, रिश्तेदारों व चाहने वालों को चॉकलेट गिफ्ट करते हैं। पूरी दुनिया में इस दिन को काफी धूमधाम के साथ मनाया जाता है। लेकिन पिछले साल से महामारी कोरोना वायरस के कारण इसकी धूम कुछ फिकी पड़ गई है। इस संकट के समय लोग अपने घर परिवार के लोगों के साथ ही इस दिन को मना रहे है।
यूरोप में सन 1550 में पहली बार 7 जुलाई के ही दिन चॉकलेट डे मनाया गया था, जिसके बाद दुनिया भर के कई देशों में मनाया जाने लगा। उस समय से पहले चॉकलेट विशिष्ट क्षेत्रों और देशों तक सीमित थी।
डार्क चॉकलेट खाने से तनाव दूर करने में सहायता मिलती है। इसमें पाए जाने वाले ऑक्सीडेटिव तनाव पैदा करने वाले हार्मोन को नियंत्रित करते हैं और तनाव को कम करते हैं। इसमें सेरोटोनिन पाया जाता है, जो कि एक एंटीडिप्रेसन्ट है।
ब्लड सर्कुलेशन रहता है सही
चॉकलेट में फ्लावोन्वाइड्स पाए जाते हैं जिससे कि हमारे शरीर का ब्लड सर्कुलेशन सही बना रहता है।
चॉकलेट का सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि वह हमारे दिमाग के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। इससे ना सिर्फ हमारा मूड अच्छा रहता है बल्कि इसको खाने से हमें आत्म संतुष्टि भी मिलती है जिसका असर हमारे पूरे शरीर पर पड़ता है।
वजन कम करना हो जाता है आसान
कैलिफोर्निया के सैन डिएगो विश्वविद्यालय द्वारा किए गए एक अध्ययन में पाया गया है कि जो वयस्क नियमित रूप से चॉकलेट खाते हैं, उनका बॉडी मास इंडेक्स चॉकलेट न खाने वालों की तुलना में कम रहता है।
चॉकलेट खाने से हमारे शरीर में एंडोफिजिन नाम का हार्मोन एक्टिव हो जाता है जिससे कि हमारे शरीर में होने वाला दर्द कम हो जाता है। इसलिए चॉकलेट को नेचुरल पेनकिलर भी कहा जा सकता है।