कोरोना वायरस पूरी दुनिया में कोहराम मचा रहा है। इससे बचने के लिए दुनियाभर में वैक्सीन लगाई जा रही है। कोरोना वायरस का वैक्सीन लगाए जाने के बाद कोविन पोर्टल पर आपको एक सर्टिफिकेट दिया जाता है जिसमें आपको वैक्सीन लग जाने का प्रमाण होता है। इस सर्टिफिकेट में बहुत सी अहम जानकारियां लिखी हुई होती हैं जैसे मरीज का नाम, उम्र, आईडी इत्यादि।
इसके साथ इसमें एक क्यूआर कोड भी छपा हुआ होता है। सर्टिफिकेट में छपे इस क्यूआर कोड के जरिए आप इसका सत्यापन कर सकते हैं कि आपको वैक्सीन लग गई है। इस आधार पर कोई भी इस क्यूआर कोड के साथ छेड़छाड़ नहीं कर सकता है और फर्जी सर्टिफिकेट नहीं बना सकता है।
खास बात तो यह है कि सरकार द्वारा इस सर्टिफिकेट की सत्यता की जांच के लिए एक और फीचर ऐड किया गया है। यह फीचर उन लोगों के लिए काफी अच्छा साबित हो सकता है जो बिजनेसमैन हैं, ऑफिस में हैं या फिर सामान्य व्यक्ति।
उदाहरणतया, यदि किसी शोरूम को केवल उन्हीं लोगों को एंट्री देनी है जिन्हें कोरोना की वैक्सीन लगाई जा चुकी है तो शोरूम सरकार की वेबसाइट का उपयोग करके आसानी से उन लोगों को पहचान सकता है जिन लोगों ने कोरोना की वैक्सीन लगवा ली है।
इन सबमें एक और दिलचस्प बात यह है कि इसे किसी भी स्मार्ट फोन के माध्यम से आसानी से सत्यापित किया जा सकता है। इसलिए कोई भी फर्जी सर्टिफिकेट तैयार नहीं कर सकता।
जानिए कैसे करें कोविड वैक्सीन सर्टिफिकेट का सत्यापन
इसके लिए आपको एक स्मार्ट फोन या फिर लैपटॉप की वेब कैमरे के साथ जरूरत होगी। इसके साथ ही इंटरनेट कनेक्शन की भी आवश्यकता होगी।
सबसे पहले कोविन की वेबसाइट पर जाएं। https://verify.cowin.gov.in/
फिर स्कैन क्यू आर कोड पर क्लिक करें।
इसके बाद क्यूआर कोड को कैमरे के सामने लाएं जो सर्टिफिकेट पर छपा है।
सफल वेरिफिकेशन होने पर सामने लिखकर आएगा “Certificate Successfully Verified”
यदि सर्टिफिकेट फर्जी है तो “Certificate Invalid” लिखकर आएगा।
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