बाजार में बरसा पैसा! घंटेभर में कमा लिए 12 लाख करोड़, एशिया-यूरोप के सभी मार्केट खुश, बस चीन को लगा झटका
नई दिल्ली. एग्जिट पोल के नतीजों के बाद भारतीय शेयर बाजार में तेजी का ऐसा आलम रहा कि निवेशकों ने घंटेभर में ही लाखों करोड़ रुपये कमा लिए. सोमवार सुबह के आंकड़े देखें तो ऐसा लगता है कि एग्जिट पोल के नतीजों से सिर्फ भारत का बाजार ही नहीं, बल्कि एशिया के सभी बाजारों में तेजी दिख रही है. सिर्फ चीन ही एक ऐसा देश है, जो मोदी सरकार की वापसी से खुश नहीं दिख रहा और उसके शेयर बाजार में आज गिरावट का माहौल है.
दरअसल, लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राजग सरकार की जीत के अनुमान के बीच सोमवार सुबह बीएसई का 30 शेयर वाला सूचकांक सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 2,777.58 अंक या 3.75 प्रतिशत उछलकर 76,738.89 अंक के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया. बाजार में ट्रेडिंग शुरू होने के घंटेभर के भीतर बाजार में यह तेजी आई और बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप भी रॉकेट की स्पीड से बढ़ने लगा.
10 बजे से पहले कमाए 12 लाख करोड़
बाजार में तेजी का आलम ये रहा कि सुबह 9.15 पर ट्रेडिंग शुरू होने के बाद 10 बजे से पहले ही बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 12.48 लाख करोड़ रुपये बढ़ गया. इसके साथ ही बाजार का कुल पूंजीकरण भी अपने रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है. शेयरों में भारी तेजी के बाद बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण सुबह के कारोबार के दौरान 12,48,952.68 करोड़ रुपये बढ़कर 4,24,61,833.82 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है.
सेंसेक्स की सभी 30 कंपनियों में तेजी
बाजार में आज तेजी का आलम ये रहा कि बीएसई पर सूचीबद्ध सभी 30 कंपनियों के स्टॉक में उछाल दिखा है. पावर ग्रिड, एनटीपीसी, लार्सन एंड टूब्रो, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, एक्सिस बैंक, इंडसइंड बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयरों में सबसे अधिक उछाल दिखा. इसके अलावा अडाणी समूह की सभी कंपनियों में आज जबरदस्त तेजी दिख रही है.
चीन को लगी मिर्ची
एग्जिट पोल के नतीजों के बाद सोमवार को पहले कारोबारी सत्र में भारत सहित एशिया के सभी बाजारों में तेजी दिखी है, सिर्फ चीन को छोड़कर. दक्षिण कोरिया का कॉस्पी 1.71 फीसदी, हांगकांग का हैंगसेंग 1.76 फीसदी, जापान का निक्की 1.12 फीसदी और इंडोनेशिया का जकार्ता 0.93 फीसदी उछाल पर बंद हुए. हालांकि, चीन के शंघाई कम्पोजिट 0.27 फीसदी नुकसान पर कारोबार करता दिखा. यूरोप के भी सभी शेयर बाजारों में तेजी का माहौल रहा.