छत्तीसगढ़

रायगढ़ में क्रिकेट सट्टेबाजी की वापसी, पुराने कुख्यात खाईवालों की गतिविधियां फिर से तेज

रायगढ़: जिले में क्रिकेट सट्टेबाजी का अवैध धंधा एक बार फिर से जोर पकड़ रहा है। सूत्रों के अनुसार, इस गैरकानूनी धंधे में नए खाईवालों की एंट्री नहीं हुई है, बल्कि पुराने और कुख्यात खाईवाल जैसे करण-अर्जुन, सानू, राजू और मुस्सेडी फिर से सक्रिय हो गए हैं। इन खाईवालों ने अपने तौर-तरीकों में बदलाव करते हुए सट्टे को पहले से भी ज्यादा हाईटेक बना दिया है, ताकि पुलिस और खुफिया एजेंसियों से बचा जा सके।

सफेदपोश बनने का दिखावा, शेयर बाजार और रियल एस्टेट की आड़
सूत्रों के अनुसार, इन खाईवालों ने अपने आप को सफेदपोश कारोबारी के रूप में प्रस्तुत करने के लिए शेयर बाजार, रीयल एस्टेट और ट्रांसपोर्टिंग जैसे व्यवसायों का दिखावा करना शुरू कर दिया है। इन धंधों को सिर्फ एक ढाल के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है, ताकि पुलिस और जांच एजेंसियों की नजरों से बचा जा सके।

महिला टी20 विश्व कप और अन्य सीरीज पर जमकर सट्टेबाजी
सूत्र बताते हैं कि हाल ही में चल रहे महिला टी20 विश्व कप, भारत-बांग्लादेश सीरीज और अन्य अंतरराष्ट्रीय मैचों में भारी मात्रा में सट्टा लगाया जा रहा है। कुछ आदतन सटोरियों ने नाम न बताने की शर्त पर जानकारी दी कि इस सट्टेबाजी के तार अब सीधे दुबई से जुड़े होने की बातें सुनने को मिल रही हैं।

पुलिस और साइबर सेल के लिए चुनौती
अगर इन सूचनाओं को सही माना जाए, तो रायगढ़ पुलिस और साइबर सेल के लिए इस हाईटेक सट्टा नेटवर्क को ध्वस्त करना एक बड़ी चुनौती बन सकता है। पुलिस को अब इस सट्टेबाजी को रोकने के लिए और अधिक सतर्कता और तकनीकी जांच की आवश्यकता होगी, क्योंकि सट्टेबाजों ने अपनी गतिविधियों को छिपाने के लिए अत्याधुनिक तरीकों का सहारा लिया है। रायगढ़ में क्रिकेट सट्टेबाजी का यह नेटवर्क न केवल स्थानीय लोगों के जीवन को बर्बाद कर रहा है, बल्कि अपराध का जाल भी फैला रहा है। ऐसे में, पुलिस और अन्य एजेंसियों के लिए इसे रोकना प्राथमिकता बन गई है।

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