रायपुर । लॉकडाउन में शहर में बड़े अपराध के बजाय शराब तस्करी, जुआ-सट्टा जैसे अपराध ज्यादा हो रहे हैं। इसे रोकने के लिए पुलिस ने अभियान तेज कर दिया है। इसके अलावा सूने मकान और दुकानों में चोरियों के मामले भी ज्यादा सामने आने लगे हैं। इस तरह की घटनाएं सबसे ज्यादा इंडस्ट्रियल और स्लम इलाकों में ज्यादा हो रही है। आमतौर पर इन इलाकों में पुलिस का ज्यादा मूवमेंट नहीं हो पाता है। लॉकडाउन लगने के बाद पुलिस 20 से ज्यादा शराब तस्करी के मामले पकड़े हैं। इनमें देशी शराब और दूसरे राज्यों के शराब के मामले अधिक हैं।
40 से ज्यादा पर कार्रवाई
लॉकडाउन लगने के बाद उरला, खमतराई, विधानसभा, राखी, गुढिय़ारी, कबीर नगर आदि थानों में 40 से ज्यादा जुआरी और सटोरिए पकड़े जा चुके हैं। उरला और खमतराई का अधिकांश इलाका इंडस्ट्रियल होने के कारण बड़ी संख्या में दूसरे राज्य के मजदूर आते हैं। इस कारण मादक पदार्थों की तस्करी, जुआ-सट्टा और लोहा चोरी जैसी अपराधिक घटनाएं ज्यादा हो रही है।
शहरी आबादी में भी पहुंचा महुआ
गंज और राजेंद्र नगर जैसी शहरी इलाके में भी महुआ शराब की बिक्री हो रही है। सप्ताह भर पहले गंज और राजेंद्र नगर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए शराब तस्करों को पकड़ा था। उनके पास महुआ की शराब और ओडिशा का पाउच वाला शराब मिला था। आमतौर पर ग्रामीण इलाके में महुआ शराब की बिक्री होती है।
सूने मकान-दुकानों पर नजर
लॉकडाउन होने के कारण कई लोग रायपुर के अपने घर में ताला लगाकर अपने गांव चले गए हैं। इसी तरह दुकानों में भी ताला लगा है। इसका फायदा चोर उठा रहे हैं। और सूने मकान और दुकानों को टारगेट कर रहे हैं। उरला, खमतराई, सिलतरा और धरसींवा इलाकों में चोरी की घटनाएं भी बढ़ी हैं।
पुलिस ने शुरू किया अभियान
एएसपी शहर लखन पटले ने बताया कि लॉकडाउन में शराब तस्करी और जुआ-सट्टा को लेकर पुलिस ने अभियान शुरू कर दिया है। शिकायत मिलने के बाद लगातार कार्रवाई की जा रही है। आउटर के थानों को शराब तस्करी रोकने कहा गया है। पुलिस लगातार कार्रवाई भी कर रही है। जुआरियों-सटोरियों के खिलाफ भी अपराध दर्ज किया जा रहा है।
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