नशे की लत आपको बना देगी नपुंसक, समय रहते बंद कर दें यह सब करना
रायपुर। आज के इस फ़ास्ट लाइफ में इंसान हजारों गलतियां कर रहा है और उसका परिणाम कुछ सालों बाद मिलता है जो काफी तकलीफ भरा और मन को निराश करने वाला होता है। यह शरीर आपका हैं और उसमे होने वाली कमियाँ भी आपकी है। जो एक उम्र बीत जाने के बाद अहसास होता है। शरीर का हर एक अंग जरूरी होता है और अगर किसी भी वजह शरीर के किसी अंग में कोई परेशानी आती है तो वो किसी भी तरह से शर्मिंदगी का कारण नहीं होना चाहिए। फिर चाहे वो परेशानी आपके गुप्तांग से जुड़ी हुई क्यों ना हो। गुप्तांग से जुड़ी हुई ज्यादातर परेशानी सिर्फ गुप्तांग की वजह से नहीं होती है उसके कई तरह के मानसिक कारण भी होते है या फिर जिन चीजों का आप रोजाना सेवन करते है वो भी इसकी वजह से हो सकते हैं। फिर चाहे परेशानी शीघ्रपतन की हो, स्तंभन दोष की हो, स्वपन दोष की हो, लिंग के छोटेपन की हो या फिर नपुंसकता की हो। इन सब परेशानियों की वजह कई हो सकती हैं। ज्यादातर इसमे सिर्फ अनियमित रूप से हस्तमैथुन का करना ही होता है। जिसकी वजह से नसों में पूरी तरह से तनाव भी आना बंद हो जाता है तथा शीघ्रपतन की समस्या भी होने लगती है।लेकिन इसकी एक बड़ी वजह नशा करने की लत भी हो सकती हैं। जो की सीधा आपको नपुंसकता की ओर धकेल देता है।
हम बिमारियों के बारे में खुलकर बात करते हैं लेकिन गुप्तांग में नपुंसकता की समस्या को लेकर कभी खुलकर बोल नहीं पाते। यदि ऐसा है तो शर्मिंदगी नहीं सतर्क रहने की जरूरत है। दुनियाभर के लाखों लोग नपुंसकता या नामर्दी से जूझ रहे हैं। कई बार ये हमेशा के लिए नहीं होता है। कुछ समय बाद ये खुद ही ठीक हो जाता है। जिस केस में यह स्वयं ठीक हो जाता हैं उसमे ज्यादातर व्यक्ति मानसिक तनाव से गुजर रहा होता है। और जैसे ही वो मानसिक तनाव खत्म होने लगता है वैसे ही नपुंसकता भी ठीक होने लगती है। लेकिन अगर वही मानसिक तनाव ज्यादा दिनों तक रहने लगे तो नपुंसकता स्थायी होने लगती है जिसका इलाज बहुत मुश्किल हो जाता है।
नपुंसकता वैसे तो ज्यादा उम्र के लोगों के लिए एक सामान्य समस्या हैं लेकिन इसकी चपेट मे अब बहुत से युवा भी आने लगे है और इसकी एक बड़ी वजह नशे की लत का होना है।मैं पिछले कई सालों से इन मामलों को देख रहा हूँ। खासकर पिछले 4 से 5 सालों में ऐसी शिकायते बढ़ रही है जिसमे बहुत कम उम्र के लोगों को भी पूर्ण तरह से नपुंसकता ने घेर लिया हैं। ज्यादा उम्र वाले लोगों की नपुंसकता का संबंध डाएबीटीज़ या ह्रदय रोग या फिर बढ़ती उम्र के कारण से ही होता हैं।वही युवाओं में डाएबीटीज़ या ह्रदय रोग जैसी कोई बीमारी नहीं होती हैं। कोई युवा यदि मेरे पास आता है तो मैं उनसे हमेशा कुछ सवाल पूछता हूँ जैसे की हस्तमैथुन कितनी बार करते हो, किसी प्रकार की नशे की लत। तो उनके जवाब सुनके कई बार हैरानी होती हैl हस्तमैथुन एक दिन मे 2 से 3 बार और उसके साथ गुटका, सिगरेट, शराब और किसी मे ऐसा भी जो ड्रग ले ले कर सिर्फ 20 से 25 साल की उम्र में ही अपनी सेक्स लाइफ पूरी तरह से खराब कर चुके है। उन्हे अपनी पार्टनर के सामने हर बार लाचार होना पड़ता है।आज के दौर के युवाओं के बीच नशा जैसे की शराब और सिगरेट पीना एक फैशन बन चुका है। 100 में से 90 फीसदी युवा नशे के शिकार हैं। आज के युवाओं का ऐसा मानना होता है की अगर कोई इन नशीली चीजों का सेवन नहीं करता हैं तो वह जमाने से काफी पीछे चल रहा है। मगर नशे के शिकार ये युवा बिल्कुल भी नहीं जानते की यही नशे की लत उन्हे वक्त के साथ कब नामर्द बना देती है।ऐसे कई तरह के आर्टिकल भी देखता हूँ मैं जिसमे युवाओं को बियर पीने के लिए प्रेरित किया जाता हैं। जिसमे बियर पीने के फायदे बताए जाते है। ऐसे आर्टिकल पढ़ के युवा प्रेरित होते है और ना चाह कर भी उस चीज का सेवन करने लगते है जिसका सेवन करने से पहले वो कतराते थे। सिर्फ इसस वजह से क्योंकि ऐसे आर्टिकल में बियर पीने के ऐसे ऐसे फायदे बताए जाते है की कोई भी युवा या कोई भी व्यक्ति बियर पीने को अग्रसर हो जाएगा।लेकिन उन आर्टिकल में कहीं भी यह नहीं बताया जाता की अगर आपको इसकी लत लग गई तो इसके कितने नुकसान हो सकते है।
इसी प्रकार से एक नशा और है जिसकी लत भी आजकल ज्यादातर जाने अनजाने में सभी लगा रहे है और वो है सेक्स करने के लिए वायग्रा जैसी टैबलेट की लत। जो अपने आप में ही एक नशा है, यह भी एक ड्रग है। ज्यादातर इसकी लत उनको लग जाती है जो सेक्स में अच्छा करने की चाह रखते हैं। ज्यादा समय के लिए सेक्स करना चाहते है। या फिर जिन्हे स्तंभन दोष या फिर नपुंसकता की समस्या होने की शुरुआत हुई होती हैlये लत का रूप इस तरह से लेने लगती है कि जब व्यक्ति एक से दो बार ये टैबलेट खाकर संभोग करते है तो व्यक्ति को किसी भी प्रकार का स्तंभन दोष नहीं रहता जिस वजह से सेक्स भी अच्छे से होता है।फिर अगली बार बुरा सेक्स होने की वजह से, साथी के सामने शर्मिंदा ना होना पड़े इस वजह से वो हर बार वायग्रा जैसी टैबलेट लेना ज्यादा पसंद करता है। और इसी तरह से हर बार व्यक्ति वायग्रा टैबलेट लेने लगता हैं क्योंकि बिना उसके वो अपने आप को सेक्स करने में असहज महसूस करने लगता है। जिस से ये भी एक तरह से नशे की लत की तरह काम करता है और आगे जाकर पूरी तरह से नपुंसकता की तरफ ले जाता है।
नशा जैसे की गुटका, शराब, सिगरेट इन सबका ज्यादा सेवन आपको नामर्द के अलावा और भी कई तरह की परेशानी देता है। इसको छोड़ने में ही भलाई हैं। इसी प्रकार अगर किसी भी तरह से कोई सेक्स संबंधित परेशानी हैं तो उसे किसी ऐलोपेथिक टैबलेट लेने की जगह आयुर्वेदिक इलाज से इसे पूर्ण तरह से ठीक कर सकते है।आयुर्वेदिक औषधियों से जो इलाज होता है वो किसी भी तरह की कोई दूसरी परेशानी नहीं देता है और स्थायी रूप से व्यक्ति को जड़ से ठीक करता है। चाहे वो नशे की लत से हो या फिर हस्तमैथुन की लत से कोई भी परेशानी हो उसे छुपाने की जगह उसका जल्द से जल्द इलाज जरूरी है जिस से की वो रोग और नया बढ़ता जाए। और आप अपनी लाइफ अच्छे से इन्जॉय कर सकें।आयुर्वेद औषधियों से शीघ्रपतन, स्तंभन दोष, सवाओं दोष जैसी हर रोग का स्थायी इलाज है। बशर्ते दवा पूरी तरह से शुद्ध औषधि से तैयार की गई हो।