रायपुर। छत्तीसगढ़ में 18 मार्च 2020 को कोरोना का पहला मामला सामने आया था और पहली मौत 29 जून को दर्ज की गई थी। लेकिन आज कोरोना से मौतों का आंकड़ा हजारों में पहुंच चुका है। इन 355 दिनों मे 13,449 लोगों की जाने जा चुकी है। पिछले महीनों में छत्तीसगढ़ के हालात काफी खराब थे। कोरोना से इतनी ज्यादा मौतें होने लगी थीं कि हालात बद से बदतर होने लगे थे, लेकिन अब हालात थोड़े सुधरने लगे हैं। सोमवार को छत्तीसगढ़ में कोरोना से मौत का आंकड़ा शून्य रहा।
इससे पहले 22 जुलाई 2020 को मौत आंकड़ा शून्य रहा था। स्वास्थ्य विभाग ओर से जारी आँकड़ों के मुताबिक सोमवार को 36,056 सैंपल लिए गए थे, जिनमें 297 व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाए गए। छत्तीसगढ़ में सितम्बर 2020 में पहली लहर का पीक आया था। उस समय प्रतिदिन औसतन 2400 से 2600 मामले सामने आ रहे थे। सबसे अधिक 18 सितम्बर को 30 हजार 842 मामले आए।
इसके बाद अप्रैल 2021 में छत्तीसगढ़ में दूसरी लहर ने अपना कहर बरपाया। कोरोनो की दूसरी लहर ने मार्च 2021 में दस्तक दी जो की काफी भयावह थी। इस दौरान औसतन 12 हजार से 13 हजार मरीज रोज मिल रहे थे। 18 अप्रैल को तो प्रदेश भर में सबसे ज्यादा 17 हजार 397 मरीज सामने आए थे। दूसरी लहर के दौरान एक दिन में सर्वाधिक मौत 27 अप्रैल को दर्ज की गई थी जहां 279 मरीजों की मौतें हुई थी ।
उसके पश्चात प्रदेश में कोरोना की जाँच प्रक्रिया बढ़ाई गई, तब मरीजों की संख्या में और बढ़ोतरी आई। रविवार को की गई 22 हजार 479 नमूनों की जाँच की तुलना में सोमवार को 36 हजार 56 नमूनों की जाँच हुई। तब संक्रमितों की 1101 संख्या बढ़कर 297 हो गई। स्वास्थ विभाग के अनुसार 20 जिलों में संक्रमण की दर अब एक प्रतिशत से भी नीचे हो गई है।