दुनिया में कोरोना कहर के बीच एक और ओमिक्रॉन नामक नया खतरा आ गया है। फिलहाल छत्तीसगढ़ में विदेशों से आए लोगों में कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट की पुष्टि नहीं हुई है।
कुछ दिन पहले यूनाइटेड किंगडम (ब्रिटेन) और मालदीव से जो दो लोग बिलासपुर लौटे थे उनमें कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी। अब उनकी जिनोम सिक्वेंसिंग रिपोर्ट निगेटिव आई है। यह रिपोर्ट सप्ताह भर के बाद आई है।
छत्तीसगढ़ में पैनडेमिक कंट्रोल के डायरेक्टर डॉ. सुभाष मिश्रा ने कहा कि छत्तीसगढ़ में 27 नवम्बर से 10 दिसम्बर तक विदेश से 953 लोगों के आने की जानकारी मिली मिली है। उनमें से अधिकतर की जांच की जा चुकी है। सभी लोगों को क्वारेंटीन किया गया है। वहीं, बिलासपुर के दो लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी। जब उनके सैंपल को जिनोम सिक्वेंसिंग के लिए भुवनेश्वर भेजा गया तो दोनों में कोरोना का ओमिक्रॉन वेरिएंट नहीं पाया गया है।
डॉ. सुभाष मिश्रा ने कहा, अभी तक कोई खतरा नहीं दिख रहा है, मगर लोगों की आवाजाही को देखते हुए सावधानी बरतने की जरूरत अब बढ़ गई है। उन्होंने कोरोना रोकथाम के लिए जारी दिशा निर्देशों का पालन करने, मास्क लगाने और भीड़भाड़ से बचने की बात कही है।
पैनडेमिक कंट्रोल के डायरेक्टर डॉ. सुभाष मिश्रा ने कहा, छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में जो दो लोग विदेश से लौटे हैं और कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, प्रशासन ने उनके खिलाफ महामारी एक्ट के तहत FIR भी कराया है।
यह इसलिए क्योंकि दोनों मरीज जांच के बाद क्वारेंटीन होने के बजाए यात्रा पर चले गए। जब कोरोना की पुष्टि हुई तो प्रशासन ने उनसे संपर्क किया। इस दौरान यह पता चला कि वे मुंबई और दूसरी जगहों पर पहुंच गए हैं। जब उनसे वापस लौटने को कहा गया तो वे बात को इधर उधर घुमाने लगे थे। इसके बाद जब FIR दर्ज हुई तो दोनों लौट गए।
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