डोंगरगढ़। छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ में पंचायत सचिव द्वारा अपनी पत्नी की गला घोंट कर हत्या करने का मामला सामने आया है। हत्या करने के बाद उसने खुद भी पंखे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मंगलवार सुबह दोनों के शव उनके कमरे में मिले। पंचायत सचिव ने ऐसा क्यों किया इसका कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है।
इसके लिए परिजन पंचायत सचिव के पास अक्सर आने वाले फोन कॉल को लेकर आशंका जाहिर कर रहे हैं। पुलिस ने कहा कि वह जांच पड़ताल करने के बाद ही आगे कुछ कह सकेगी। अब दोनों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।
जानकारी के अनुसार, अरुण चंद्रवंशी ग्राम सेंदरी का रहने वाला है जो कि कोटनापानी पंचायत सचिव था। रोज की तरह वह सोमवार को भी पंचायत ड्यूटी के लिए गया। वहां उसने वैक्सीन लगवाई और दोपहर को वापस घर लौट आया। फिर रात को सबने खाना खाया और अपने-अपने कमरों में सोने के लिए चले गए। मगर सुबह काफी देर तक पंचायत सचिव के कमरे का दरवाजा नहीं खुला। इसपर परिजनों ने उसे आवाज लगाई। फिर काफी देर की कोशिश के बाद परिजनों ने दरवाजा तोड़ दिया।
पंखे से लटका हुआ था पंचायत सचिव का शव
जब परिजन दरवाजा तोड़कर कमरे के अंदर गए तो उन्होंने देखा कि अरुण का शव नाइलोन की रस्सी से पंखे से लटका हुआ था। उसकी पत्नी सूरज बाई चंद्रवंशी का शव पलंग पर पड़ा हुआ था। परिजनों ने तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी। कहा जा रहा है कि कपड़े से सूरज बाई का गला घोंट दिया गया था। उसके गले पर निशान भी मिले हैं।
फोन कॉल से था परेशान
मृतक पंचायत सचिव के छोटे भाई युवराज का कहना है कि अरुण के पास अक्सर रविवार फोन कॉल आता था जिससे वह परेशान रहता था। किसका कॉल आता था, यह परिवार के किसी सदस्य को नहीं पता है। पुलिस को यह भी पता चला है कि अरुण का किसी के साथ रुपयों का लेनदेन था। जिसकी वजह से वह अक्सर परेशान रहता था। जांच अधिकारी एसआई राधा बोरकर ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है।
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