देशभर में कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर अफवाहों का अंबार लग गया है। ऐसे में कुछ लोग वैक्सीन लगने के बाद शरीर में चुंबकीय शक्ति पैदा होने का दावा कर रहे हैं। इसको लेकर सोशल मीडिया पर भी कुछ वीडियो वायरल हो रहे है। इनमें वैक्सीन को लेकर भ्रामक प्रचार किया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ में भी इस तरह का एक मामला सामने आया है। प्रदेश के राजनांदगांव जिले के नगर निगम में पार्षद सुनीता पति अशोक फड़नवीस जो बाजार विभाग की अध्यक्ष हैं, ने बकायदा वीडियो वायरल किया है, जिसमें उनके शरीर पर चम्मच और सिक्के चिपके हुए हैं।
सुनीता फड़नवीस राजनांदगांव नगर निगम क्षेत्र में वार्ड क्रमांक 23 से पार्षद हैं। इसके साथ ही बाजार विभाग की अध्यक्ष का दायित्व भी उन्हें सौंपा गया है। उनके पति अशोक का कहना है कि नासिक के शख्स की खबर से अवगत होने के बाद उन्होंने अपनी पत्नी पर उस तथ्य को आजमाया, तो उन्हें आश्चर्य हुआ। जब उनकी पत्नी के शरीर पर सिक्के और चम्मच चिपकने लगे।
शरीर में लोहा या स्टील धातु के चिपकने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले नासिक में यह मामला सामने आया। नासिक के शिवाजी चौक इलाके में रहने वाले 71 वर्षीय अरविंद जगन्नाथ सोनार ने 2 जून को कोवीशील्ड की दोनों डोज पूरी की थी। इसके बाद बुजुर्ग का शरीर चुंबक की तरह काम कर रहा है। परिवार वालों ने दावा किया है कि कोरोना वैक्सीन लेने के बाद शरीर में यह शक्ति आई है।
सोशल मीडिया पर कुछ लोग कह रहे हैं कि कोरोना वैक्सीन के जरिये हमारे शरीर में कोई ऐसी धातु या चिप डाली जा रही है। जिसकी वजह से बांह में वैक्सीन वाली जगह पर चुम्बक चिपक जाता है। ऐसा कहने वाले लोग अपनी वैक्सीन वाली बांह में चुम्बक चिपकाकर वीडियो बना रहे हैं।
वैक्सीनेशन के बाद चुंबकीय प्रभाव को लेकर वायरल वीडियो पर विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की बातें पूरी तरह गलत और निरर्थक हैं। देश की नहीं बल्कि पूरी दुनिया में कोरोना वैक्सीन ही संक्रमण से बचाने का एकमात्र उपाय है। इससे किसी तरह की चुंबकीय शक्ति पैदा नहीं हो रही है। सिर्फ कुछ लोगों द्वारा वैक्सीन के प्रति भ्रामक प्रचार किया जा रहा है, जो निराधार और पूरी तरह गलत है।
इनका कहना है कि शरीर में फॉरेन बॉडी (लोहे की कील और बोल्ट निगल जाना या शरीर मे फ्रैक्चर के बाद रोड लगाना फॉरेन बॉडी कैटेगरी में आता है, जिसमें शरीर के अंदर मेटल मौजूद होता है) होने से ऐसा हो सकता है, लेकिन यह लाखों में कुछ लोगों में होती है। गर्मी में पसीने से चिपकना ही एक मात्र कारण है।
अब सवाल उठता है कि अगर उनमें चुंबकीय गुण है तो बनियान या शर्ट के ऊपर भी ये चीजें चिपक जानी चाहिए क्योंकि चुंबक में तो यह गुण पाया जाता है। साथ ही, उनके शरीर में बाल वाले हिस्सों में भी ये वस्तुएं चिपकनी चाहिए जो देखने को नहीं मिलता है। अगर चिकनी चमड़ी पर तेल लगा दें, फिर भी कोई वस्तु चिपके तब तो कोई रहस्य की बात मानी जा सकती है, लेकिन ऐसा भी संभव नहीं होता है।
द गुप्तचर अपने पाठकों से अपील करता है कि ऐसी भ्रामक खबरों पर ध्यान ना दें। कोरोना जैसी महामारी से जंग जीतने के लिए वैक्सीन ही सबसे सार्थक उपाय है। वैक्सीनेशन से कोई परेशानी नहीं होती है। बल्कि कोरोना जैसी घातक बीमारी होने से बचा जा सकता है। किसी के बहकावे में न आकर वैक्सीन जरूर लगवाएं और खुद व परिवार को सुरक्षित रखें।