वारदात

धोखाधड़ी: पॉलिसी सेटल करने के नाम पर वित्त मंत्रालय का अफसर बताकर रिटायर्ड बीएसपी कर्मी से लाखों की ठगी..

भिलाई। बीएसपी के रिटायर्ड कर्मचारी से लाखों की ठगी का मामला सामने आया है। बीएसपी के रिटायर्ड कर्मी से वित्त मंत्रालय व ईडी का अफसर बताकर 17 लाख से ज्यादा की ठगी की गई। अंजान कॉलरों ने अलग अलग बहाने से बुजुर्ग से अपने बैंक खातों में रकम जमा कराई। बुजुर्ग को उनकी फंसी हुई बीमा की रकम दिलाने का भरोसा दिलाकर इस पूरी ठगी की घटना को अंजाम दिया गया। इस मामले में बुजुर्ग की शिकायत पर नेवई पुलिस ने बुधवार को अज्ञात के खिलाफ अपराध दर्ज किया है। Fraud

नेवई पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार शक्ति विहार कालोनी रिसाली निवासी बीएसपी के रिटायर्ड कर्मी चंद्रभान वर्मा के साथ 17 लाख 66 हजार 719की धोखाधड़ी हुई है। पुलिस को अपनी शिकायत में चंद्रभा ने बताया कि 5 अक्टूबर 2020 को उनके मोबाइल पर 8954211157 से कॉल आया। कॉलर ने खुद को वित्त मंत्रालय दिल्ली का अधिकारी बताया। कॉलर ने कहा कि वह उनकी साल 2013 में खरीदी गई पॉलिसी की रकम को वापस दिला देगा।  Fraud

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इसके लिए कुछ कागजी कार्रवाई पूरी करनी होगी। बुजुर्ग इनके झांसे में आ गया। इसके बाद कॉलर ने अलग अलग कागजी कार्रवाई के नाम पर बुजुर्ग से किश्तों में रकम जमा करवाना शुरू किया। झांसे में आए बुजुर्ग ने पहले 34200 रुपए एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक फरीदाबाद ब्रांच जमा किया।

इसके बाद 23 अक्टूबर 2020 को 78,400 रुपए एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक फरीदाबाद ब्रांच के खाता में जमा कराया। इसके बाद 27 अक्टूबर 2020 को बुजुर्ग के वॉट्सऐप पर वित्त मंत्रालय का पत्र आया। जिसमें लिखा था कि 17 लाख 35 हजार 900 रुपए उसके बैंक एकाउंट ट्रांसफर हुए हैं। बुजुर्ग ने लेटर पढ़ लिया लेकिन अपना अकाउंट चेक नहीं किया।

इसके बाद ठगों का दोबारा फोन आया ओर प्रोसेसिंग फीस के नाम पर रुपए मांगे। इसके बाद बुजुर्ग चंद्रभान वर्मा ने 11 नवंबर 2020 से 27 नवंबर 2020 तक ठगों के झांसे में फंसकर अगल अलग किश्तों में 15 लाख 66,000 रुपए जमा कर दिए। बुजुर्ग के खाते में पैसे तो नहीं आए लेकिन वह लाखों की ठगी का शिकार हो गया। ठगी का अहसास होने के बाद बुजुर्ग ने मोबाइल नंबर 8954211157 पर फोन लगाया तो बंद आया।

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