मध्यप्रदेश के मंदसौर में अंधविश्वास से जुड़ा एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां भतीजे ने अपनी ही चाची की तलवार से गर्दन काटकर हत्या कर दी। आरोपी विष्णु को 40 साल की चाची बाला बाई के डायन होने की आशंका थी। इसी के चलते आरोपी ने वारदात को अंजाम दिया है। चाची और भतीजे के बीच किसी बात काे लेकर विवाद हाे रहा था। इसी दौरान गुस्साए भतीजे ने चाची की गर्दन पर वार कर दिया। तलवार लगते ही चाची नीचे गिरी और उसकी मौत हो गई।
ग्रामीणों के अनुसार परिवार में जमीन को लेकर विवाद चल रहा था और आज सुबह भी चाची-भतीजे के बीच विवाद हुआ था। वहीं, पुलिस अब मामले की जांच और हत्या के असली वजह के पीछे की कड़ियां जोड़ने में लगी है। चाची और भतीजे के बीच किसी बात काे लेकर विवाद हाे रहा था। इसी दौरान गुस्साया भतीजा घर के अंदर से तलवार ले आया और चाची की गर्दन पर वार कर दिया। तलवार लगते ही चाची नीचे गिरी और उसकी मौत हो गई। वारदात के बाद आरोपी फरार हो गया
टीआई सूर्यवंशी ने बताया कि शुरुआती जांच में दो वजह सामने आ रही है। पता चला है कि 20 साल के आरोपी विष्णु को 40 साल की चाची बाला बाई के डायन होने की आशंका थी। इसी के चलते आरोपी ने वारदात को अंजाम दिया है, हालांकि कुछ लोग जमीनी विवाद में हत्या की बात कह रहे हैं। मृतका के बेटे गोविंद ने बताया कि मेरे बड़े पापा बालाराम ने मुझे पकड़कर नीचे बिठा दिया। विष्णु तलवार लेकर आया और मेरी मम्मी को काट डाला। वह मेरे सामने तड़प रही थी। मैं मां को बचाने के लिए चिल्लाया तो लोग आ गए।
रिश्तेदारों का कहना था कि बालाराम, उसकी पत्नी, बेटा विष्णु (मुख्य आरोपी) और बहू सभी ने बाला बाई और उसके बेटे गोविंद को पकड़ रखा था। विष्णु और उसके परिवार के अन्य सदस्य बाला बाई और गोविंद को घसीटकर उनकी हत्या करने के लिए ले जा रहे थे। बाला बाई को मारने के बाद बेटे गोविंद की भी हत्या करने वाले थे, लेकिन मैं अचानक से आ गया। इन्होंने जमीन के लिए वारदात को अंजाम दिया है।
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