माओवादियों के पोलित ब्यूरो सदस्य और 1 करोड़ के इनामी नक्सली प्रशांत बोस उर्फ किशन दा को पत्नी सहित गिरफ्तार किया गया है। पुलिस प्रशांत बोस व उनकी पत्नी से पूछताछ कर रही है।
माओवादी कमांडर प्रशांत बोस उर्फ किशन दा को बीती रात उसकी माओवादी कमांडर पत्नी शीला मरांडी के साथ सरायकेला के एक अस्पताल से गिरफ्तार कर लिया गया। सरायकेला में एक निजी अस्पताल में इलाज करा रहे प्रशांत बोस उर्फ किशन दा को उसकी पत्नी शीला मरांडी के साथ बीती रात एक गुप्त सूचना के आधार पर गिरफ्तार किया गया।
बता दें कि प्रशांत बोस झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, आंध्रप्रदेश एवं महाराष्ट्र में 200 से भी ज्यादा नक्सली वारदातों का मास्टरमाइंड माना जाता रहा है।
किशन दा वर्तमान में भाकपा माओवादी केंद्रीय समिति, पोलित ब्यूरो, केंद्रीय सैन्य आयोग (सीएमसी) के सदस्य और माओवादी पार्टी के पूर्वी क्षेत्रीय ब्यूरो (ईआरबी) के सचिव हैं।
ईआरबी सचिव होने के नाते, वह पूर्वोत्तर राज्यों, बिहार, झारखंड, बंगाल और उत्तर प्रदेश में क्रांतिकारी आंदोलन की देखरेख और समन्वय करता है। प्रशांत बोस लगभग 75 वर्ष के हैं और बीमार होने के लिए जाने जाते हैं।
माना जा रहा था कि वह झारखंड के सारंडा के जंगलों से काम कर रहा था। प्रशांत बोस पश्चिम बंगाल के जादवपुर इलाके के रहने वाले हैं। किशन दा को निर्भय, किशन, काजल और महेश जैसे उनके उपनामों से भी जाना जाता है। प्रशांत बोस की पत्नी शीला मरांडी भी एक अन्य शीर्ष नक्सली नेता हैं और उनकी आयु लगभग 60 वर्ष है और वर्तमान में केंद्रीय समिति (सीसी) की सदस्य हैं।
उसे पहले 2006 में ओडिशा में गिरफ्तार किया गया था और राउरकेला जेल से रिहा किया गया था। वह करीब पांच साल पहले कथित तौर पर भाकपा (माओवादी) में शामिल हो गई थी।
उसे देश भर में भाकपा माओवादियों से संबद्ध महिला संगठनों का मार्गदर्शन करने का प्रभारी माना जाता है। शीला मरांडी झारखंड के धनबाद जिले की रहने वाली हैं और उन्हें हेमा, शपबडी, आशा, बुधनी और गुड्डी के नाम से जाना जाता है।
Back to top button