रायपुर. राजधानी के चर्चित प्रोफेसर और पब्लिक रिलेशन्स सोसाइटी ऑफ इंडिया रायपुर चेप्टर के चेयरमैन डॉ. शाहिद अली ने पत्रकारिता के बदलते दौर को ध्यान में रखते हुए भावी पत्रकारों के लिए कई अहम कदम उठा रहे हैं । जिसके लिए उन्हें इस वर्ष जनसंचार शिक्षा के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिये राष्ट्रीय पुरस्कार वर्ष 2021 से भी सम्मानित किया गया।
वर्तमान में डॉक्टर अली छत्तीसगढ़ के एकमात्र मीडिया गुरुकुल कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय के जनसंचार एवं समाजकार्य विभाग के विभागाध्यक्ष है जो निरंतर जनसंचार शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धियां अर्जित कर रहें हैं।
राष्ट्रीय गोलमेज सम्मेलन में पैनलिस्ट विश्वविख्यात संस्थान WJEC , यूनेस्को और भारतीय जनसंचार संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में ‘भारत में मीडिया शिक्षा : मुद्दे और चुनौतियां’ विषय ‘ पर दो दिवसीय राष्ट्रीय गोलमेज सम्मेलन में पैनलिस्ट के रूप में जनसंचार विभाग के विभागाध्यक्ष एवं प्रख्यात मीडिया शिक्षाविद् डॉ. शाहिद अली को सम्मिलित किया गया था।
आभासी प्लेटफार्म पर इसका आयोजन नई दिल्ली में दिनांक 10 – 11 अगस्त 2021 को हुआ था । डॉ. शाहिद अली सहित देश भर के प्रमुख मीडिया संस्थानों के अनेक विद्वान विचार अभिव्यक्त करने के लिए आमंत्रित किए गए थे। उल्लेखनीय है कि डॉ. अली पिछले 26 वर्षों से मीडिया शिक्षा के क्षेत्र में अपनी महत्वपूर्ण सेवाएं दे रहे हैं और पब्लिक रिलेशन्स सोसाइटी आफ इंडिया रायपुर चैप्टर के चेयरमैन भी हैं।
डॉ. शाहिद अली जनसंचार के छात्रों के लिए गुणवत्ता युक्त पाठ्यक्रम एवं शिक्षण तथा व्यावहारिक- प्रायोगिक प्रशिक्षण के लिए आदर्श शैक्षणिक वातावरण निर्माण करने पर ज्यादा ध्यान दिया है। जनसंचार विभाग के छात्र अपनी प्रतिभा व उपलब्धियों से पूरे देश में संस्थान का नाम रोशन कर रहें हैं।
जनसंचार में बढ़ रही बच्चों की रुचि
डॉ. शाहिद अली पिछले कई वर्षों से पत्रकारिता के नए हुनरबाजों को तराशने का काम कर रहे हैं। जनसंचार विभाग के छात्र देशभर में प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में काम कर रहे हैं। जिसको देखते हुए आने वाली पीढ़ी भी पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़ रही है। बीते वर्षों में जनसंचार विभाग में बच्चों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। जो यह दर्शाता है कि डॉ. अली द्वारा छात्रों को शिक्षा प्राप्त करने के साथ-साथ पत्रकारिता जगत में क्रांति लाने का कार्य कर रहे हैं।
कोरोना काल में भी नहीं रुकने दी बच्चों की पढ़ाई
वैश्विक महामारी कोरोना काल में विपरीत परिस्थितियों में उत्कृष्ट शिक्षण कार्य के लिए डॉ. अली मशहूर हुए। कोविड के दौरान छात्रों की पढ़ाई को जारी रखने के लिए ऑनलाइन माध्यम से क्लासेस आयोजित करवाई, ताकि छात्रों की पढ़ाई का नुकसान ना हो।
ऑनलाइन क्लासेज के दौरान स्वयं विभागाध्यक्ष बच्चों से बातचीत कर व्यक्तित्व विकास, नैतिक, व्यवहारिक, शारीरिक शिक्षण में समाहित कर विद्यार्थियों को अच्छा इंसान बनने के लिए प्रेरित करते रहे। साथ ही ऑनलाइन माध्यम से सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी विभागाध्यक्ष द्वारा कराया गया।
हर वर्ष प्लेसमेंट कैंप का आयोजन
जनसंचार विभागाध्यक्ष डॉ. शाहिद अली द्वारा हर वर्ष प्लेसमेंट कैंप का आयोजन कराया जाता है। जहां देशभर के प्रतिष्ठित मीडिया संस्थान विश्वविद्यालय में प्लेसमेंट के लिए आते हैं। कोरोना महामारी थमने के बाद भी डॉ. शाहिद अली द्वारा प्लेसमेंट कैंप का आयोजन कराया गया था। जनसंचार विभाग के ज्यादातर छात्र-छात्राएं देशभर के प्रमुख मीडिया संस्थानों व कई अन्य-अन्य क्षेत्रों में विभिन्न उपलब्धियां हासिल कर रहे हैं।
गुप्तचर से बात करते हुए डॉ. शाहिद अली ने बताया कि मीडिया की पढ़ाई के लिए बच्चों का झुकाव बढ़ रहा है । जनसंचार विभाग में हर वर्ष विद्यार्थियों की संख्या में वृद्धि हो रही है वर्तमान में करीब तीन सौ स्टूडेंट्स की स्ट्रेन्थ है ।
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