पृथ्वी से बाहर जीवन की खोज में दुनियाभर के वैज्ञानिक लगातार रिसर्च करते रहते हैं। 21वीं सदी में जहां रोज ब्रह्मांड में नए ग्रहों की खोज हो रही है वहीं, जापान के वैज्ञानिकों ने पृथ्वी से बाहर बच्चे पैदा करने की संभावना को नई उम्मीद दी है।
कुछ वैज्ञानिकों ने यह दावा किया है कि मंगल ग्रह पर इंसान बच्चे जरूर पैदा कर सकता है। वैज्ञानिकों के अनुसार मंगल ग्रह पर 200 साल तक स्पर्म सुरक्षित और एक्टिव रह सकता है। आपको बता दें कि इंटरनैशनल स्पेस स्टेशन(ISS) पर 6 साल तक चूहे का स्पर्म रखा रहने के बाद भी स्वस्थ पाया गया।
66 चूहों(Rat) से लिए गए सैंपल्स को 2012 में 30 से ज्यादा ग्लास ऐंप्यूल्स में रखा गया था। इसके बाद वैज्ञानिकों ने सबसे बेहतर सैंपल से बच्चे को पैदा करने का फैसला किया। 4 अगस्त, 2013 को 3 सैंपल्स को ISS के लिए लॉन्च किया गया और तीन को जापान के सुकूबा में वैसी ही कंडीशन्स में रखा गया जिनमें कई रेडिएशन शामिल थे।
जापानी वैज्ञानिकों की इस स्टडी को साइंस अडवांस में शुक्रवार को पब्लिश किया गया। इस स्टडी के प्रमुख तेरुहिको वाकायामा ने कहा कि अंतरिक्ष में स्टोर किए गए स्पर्म के जरिये जो नस्ल पैदा हुई, उसमें धरती के चूहों के मुकाबले थोड़ा सा अंतर है, लेकिन इसे कमी नहीं कहेंगे।
ड्राई-फ्रीज किए गए इन स्पर्म के सैंपल को फिर से रीहाइड्रेट किया गया और मादा चुहिया के ओवरी में डाला गया। रिसर्च से संबंधित प्रफेसर सयाका वकायमा ने बताया कि जेनेटिक रूप से चूहे के कई सामान्य बच्चे पैदा हुए, वह पूरी तरह स्वस्थ्य थे।
इस शोध से जुड़ी प्रोफेसर सयाका वकायमा के मुताबिक जेनेटिक रूप से कई सामान्य बच्चे पैदा हुए। वैज्ञानिकों को ये देख कर बेहद ख़ुशी हुई कि इनमें कोई डिफेक्ट नहीं पाया गया। प्रफेसर सयाका ने इसे मानव सभ्यता के लिए अहम खोज बताया है।