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सुपरस्टार रजनीकांत को मिलेगा फिल्मी जगत का सबसे बड़ा “दादा साहेब फाल्के अवार्ड” जानिए कुली से सुपरस्टार बनने तक उनकी जिंदगी के दिलचस्प किस्से..

दक्षिण भारत के सुपरस्टार रजनीकांत को “दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड 2019” से नवाजा जाएगा। केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने गुरुवार को इसका ऐलान किया। उन्होंने बताया है कि रजनीकांत को 51वां दादा साहब फाल्के अवार्ड तीन मई को दिया जाएगा। रजनीकांत की उम्र 71 साल है। इसके बाद बड़ी-बड़ी हस्तियों ने भारतीय सिनेमा में बड़े नाम रजनीकांत को बधाई दे रहे हैं। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें इस सम्मान के लिए बधाई दी है। रजनीकांत को 51वां दादा साहब फाल्के अवॉर्ड 3 मई को दिया जाएगा। 

सुपरस्टार रजनीकांत के दिलचस्प किस्से

साउथ में मिला है ‘भगवान’ का दर्जा

12 दिसंबर 1950 को रजनीकांत का जन्म बेंगलुरू के मराठी परिवार में हुआ था। गरीब परिवार में जन्मे रजनीकांत ने अपनी मेहनत और कड़े संघर्ष की बदौलत टॉलीवुड में ही नहीं बॉलीवुड में भी काफी नाम कमाया। साउथ में तो रजनीकांत को थलाइवा और भगवान कहा जाता है। रजनीकांत का असली नाम शिवाजी राव गायकवाड़ है।

25 साल की उम्र में रखा था फिल्मी दुनिया में कदम

रजनीकांत ने 25 साल की उम्र में अपने फिल्मी करियर की शुरूआत की। उनकी पहली तमिल फिल्म ‘अपूर्वा रागनगाल’ थी. इस फिल्म में उनके साथ कमल हासन और श्रीविद्या भी थीं। 1975 से 1977 के बीच उन्होंने ज्यादातर फिल्मों में कमल हासन के साथ विलेन की भूमिका ही की। लीड रोल में उनकी पहली तमिल फिल्म 1978 में ‘भैरवी’ आई। ये फिल्म काफी हिट रही और रजनीकांत स्टार बन गए।

अलग स्टाइल के लिए जाने जाते हैं रजनीकांत

साउथ में बुलंदियां छूने के बाद रजनीकांत ने बॉलीवुड का रुख किया और फिल्म ‘अंधा कानून’ से डेब्यू किया। बॉलीवुड में भी अपनी दमदार एक्टिंग और सिग्नेचर स्टाइल से उन्होंने लोगों को अपना दीवाना बना लिया। उनका सिगरेट को फ्लिप करने का अंदाज हो या सिक्का उछालने का यूनिक स्टाइल हो या चश्मा पहनने और हंसने का अंदाज सभी को काफी पसंद किया गया।देश ही नहीं विदेशों में भी रजनीकांत के स्टाइल की कॉपी की गई।

शादी की कहानी भी दिलचस्प 

उनके शादी की कहानी भी कोई कम दिलचस्प नहीं। एक कॉलेज की एक लड़की उनका इंटरव्यू करना चाहती थी। रजनीकांत ने कई बार मना कर दिया। खैर जब वो तैयार हुए तो इंटरव्यू के लिए आई लड़की को देखते ही रह गए। वो रजनीकांत जिसके ऊपर लड़कियां जान छिड़कतीं थीं, जो साउथ सिनेमा का सुपरस्टार था, वो सवालों के जवाब देते हुए उस लड़की की ओर आकर्षित होता जा रहा था। ये अजीब सी स्थिति थी। उन्हें लगने लगा कि यही वो लड़की है, जिसकी उनको तलाश थी। इंटरव्यू खत्म होते होते ही उन्होंने शादी का प्रस्ताव रख ही दिया। लड़की ये कहते हुए गई, ये फैसला तो पैरेंट्स ही करेंगे। इसके बाद लार्जर देन लाइफ और ब्लाक बस्टर हीरो अजीब नर्वसनेस का शिकार हो गया।

चार साल की उम्र में मां के जाने के बाद बस में कंडक्टर का काम किया

जीजाबाई और रामोजी राव की चार संतानों में शिवाजी सबसे छोटे थे। उनकी स्कूलिंग बेंगलुरु में हुई। रजनीकांत चार साल के थे, तभी उनकी मां का निधन हो गया था। घर की माली हालत बहुत अच्छी नहीं थी। इसलिए रजनीकांत ने कुली से लेकर बस कंडक्टर तक का काम किया। बस में टिकट काटने के अनोखे अंदाज की वजह से ही वे पॉपुलर हुए और दोस्तों ने उन्हें फिल्मों में एक्टिंग करने की सलाह दी।

 

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