गुप्तचर विशेषभारतमेडिकलसियासत

नदी में बना लाशों का शहर, अब कुत्तों का भोजन बन रहे शव

प्रयागराज| देश में कोरोना का कहर जारी हैं, लगातार मामलों में बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही हैं| इसी बीच यूपी में गंगा नदी के किनारे शवों को दफनाने का सिलसिला जारी है| धार्मिक महत्व रखने वाले उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में नदी किनारे लाशों के अंबार दिख रहे हैं|

Read More: भारतीय रिन्यूएबल ऊर्जा क्षेत्र में अब तक का सबसे बड़ा सौदा, अडाणी ग्रीन ने 24,000 करोड़ रुपये में इस कंपनी को ख़रीदा

देखें वीडियो:

https://www.instagram.com/p/CPDM_IsjPqy/?utm_medium=copy_link

प्रयागराज में मीलों तक रेत में सैकड़ों लाशों को दफन किया गया है दरअसल, प्रयागराज के फाफामऊ इलाके में गंगा के किनारे घाट की स्थिति ऐसी है कि जहां तक नजर जाती है, बस लाशें ही दिखाई दे रही हैं| इन लाशों को बीते एक से दो महीने के भीतर ही दफनाया गया है|

Read More: Big Breaking : छत्तीसगढ़ 10वीं बोर्ड के परिणाम जारी, यहाँ देखें रिजल्ट

स्थानीय लोगों का कहना है कि लाशों के दफनाये जाने के पीछे वजह यह है कि आसपास के लोग गरीब हैं| उनके पास दाह संस्कार के लिये भी पैसे नहीं होते| ना ही सरकार इनकी सुध लेती है… प्रशासन के जिम्मे जलाने के लिये लकड़ियों का इंतजाम करना होता है पर अधिकारी आंख मूंद कर बैठे हैं!

Read More: रितेश पांडे का नया गाना ‘लिपस्टिक मार के’ हुआ रिलीज, शादी के बाद इस भोजपुरी क्वीन संग किया जमकर रोमांस

वैसे तो यूपी के जिन जिलों में गंगा में लाशें मिलने के मामले सामने आए थे, वहां सरकार ने जल पुलिस की तैनाती की है| एसडीआरएफ की ये टीमें लोगों से अपील कर रही हैं कि वे गंगा के किनारे लाशें ना दफनाएं लेकिन इस मामले में सरकार और प्रशासन ने आंखें बड़ी देर में खोली हैं|

Read More: शर्मनाक: शिक्षकों की हैवानियत,12 साल के छात्र के प्राइवेट पार्ट को गर्म आयरन से दागा

बता दें की अब तक गंगा किनारे से पुलिस को 39 शव मिले थे| वाराणसी में 7, गाजीपुर में 15 से 16, चंदौरी में 8 और बलिया में 8 शव बरामद हुए थे| नदी में शव प्रवाहित करने से रोकने के लिए उन्नाव, बलिया, गाजीपुर, वाराणसी, कानपुर और प्रयागराज में भी टीमों को तैनात किया गया है वहीँ गंगा में शवों के जल प्रवाह और नदी किनारे दफनाने को लेकर केंद्र सरकार भी संज्ञान ले चुकी है|

Related Articles

Leave a Reply

Back to top button