विधायक को अंगूठा छाप कहना पड़ा भारी,आदिवासी समाज से मांगी माफी
कांग्रेस विधायक को आदिवासियों को अंगूठा छाप कहना भारी पड़ा जिसके लिए उसे समाज से लिखित माफी मागनी पड़ी। सर्व आदिवासी समाज ने ऐलान किया था कि जब तक बृहस्पत सिंह सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगेंगे तब तक समाज के लोग उनके कार्यक्रमों में हिस्सा नहीं लेंगे और उनका बहिष्कार जारी रहेगा। कांग्रेस विधायक बृहस्पत ने आदिवासी समाज से मांगी माफी।
छत्तीसगढ़ के रामानुजगंज से कांग्रेस विधायक व सरगुजा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष बृहस्पत सिंह ने आदिवासी समाज से माफी मांगते हुए लिखित माफीनामा दिया है। सरगुजा के आदिवासियों को अंगूठा छाप कहने के बाद विधायक पर सामाजिक दबाव बढ़ गया था।
विधायक बृहस्पत के बयान को लेकर सर्व आदिवासी समाज के प्रतिनिधियों की शुक्रवार को कई दौर की वर्चुअल बैठक हुई। संभागीय अध्यक्ष अनूप टोप्पो के साथ सरगुजा, जशपुर, कोरिया, सूरजपुर, बलरामपुर के जिलाध्यक्ष ने चर्चा की। सामाजिक दंड विधान के लिए विधायक को भी तलब किया गया।
आदिवासी दिवस पर मांगेंगे सार्वजनिक माफी
सर्व आदिवासी समाज के प्रतिनिधियों ने यह तय किया कि समाज के लोगों से भी विधायक माफी मांगें। इस निर्णय को विधायक के समक्ष भी रखा गया। विधायक ने इसे भी स्वीकार कर लिया है। उन्होंने आश्वस्त किया है कि वे विश्व आदिवासी दिवस पर नौ अगस्त को बलरामपुर में आयोजित कार्यक्रम में समाज के लोगों से माफी मांगेंगे।