देशभर में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर को लेकर खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। हाल ही में विशेषज्ञों ने दावा किया कि अभी कोरोना कि दूसरी लहर भी समाप्त नहीं हुई है। साथ ही बीते दिनों कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। वहीं कुछ अध्ययनों में तो दावा किया जा चुका है कि देश में तीसरी लहर दस्तक दे चुकी है। लेकिन देश में तीसरी लहर की आहट के बीच देश के कई राज्यों ने स्कूल को दोबारा शुरू कर दिया है। ऐसे में बच्चों पर संक्रमण का खतरा मंडराने लगा है। छत्तीसगढ़ में भी स्कूल खोल दिए गए हैं। स्कूल खुलते ही प्रदेश में बच्चों में कोरोना के मामले एकाएक बढ़ने लगे हैं।
पिछले कई अध्ययनों में यह दावा किया गया कि तीसरी लहर में सबसे ज्यादा बच्चे प्रभावित होंगे। ऐसे में कई राज्यों का स्कूल दोबारा खोलने का फैसला बच्चों पर भारी ना पड़े। साथ ही देश के लिए बड़ी मुश्किल खड़ी कर दे। विशेषज्ञों का कहना है कि अगस्त के दूसरे हफ्ते में कोरोनावायरस की तीसरी लहर देखने को मिलेंगी। वहीं अक्टूबर माह में संक्रमण अपने चरम पर होगा। ऐसे में राज्य सरकारों के स्कूल खोलने का फैसला कहां तक जायज है, यह तो आने वाला समय ही बताएगा।
20 जुलाई को ICMR के महानिदेशक प्रो. बलराम भार्गव ने स्कूल खोलने के राज्यों के फैसलों का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि देश में पहले बड़ी कक्षाओं की जगह प्राथमिक कक्षाओं के लिए स्कूल खोलना बेहतर होगा। देश के चौथे सर्वे से पता चला है कि बड़ी तादाद में बच्चों के अंदर एंटीबॉडीज पैदा हो गई है। लेकिन ICMR के उलट राज्यों ने पहले बड़ी कक्षाओं के लिए स्कूल खोला है।