कोरोना से दो दिनों में दो बच्चों की मौत, गर्भवती मां थी संक्रमित
वैश्विक महामारी कोरोना पूरे दुनिया में तांडव मचा रही है। क्या बूढ़े- क्या अधेड़ कोई भी इसकी गिरफ्त से नहीं बच पाया है, लेकिन छत्तीसगढ़ के रायगढ़ से आई खबर दिल दहलाने वाली है। दरअसल जन्म लेते ही दो मासूमों को कोरोना वायरस की वजह से अपनी जान गंवानी पड़ी है। इन बच्चों में एक की उम्र 25 दिन थी। वहीं दूसरे की महज एक दिन। इन दोनों मासूमों का रायगढ के इलाज ए सी एच आर के जी अब में चल रहा था। इसके अलावा गुरुवार के दिन 1712 लोगों में भी कोरोना वायरस की पहचान हुई है । दरअसल यह आलम इसलिए है, क्योंकि त्योहारों के समय लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना संक्रमण के नियमों का पालन नहीं किया है । दिवाली के बाद से ही कोरोना संक्रमित की संख्या में प्रदेश सहित पूरे देश में इजाफा हुआ है।
मासूमों की मौत पर रायगढ़ ए सी एच के डॉक्टर ने बताया कि महीने भर पहले एक गर्भवती महिला कोरोना संक्रमित हुई थी। जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उपचार के दौरान ही बच्चा पैदा हुआ, लेकिन वह भी कोरोना संक्रमित निकला। नवजात का उपचार तो किया गया लेकिन 17 नवंबर को 25 दिन बाद बच्चा मौत से जंग हार गया ।
मिली जानकारी अनुसार 3 दिन पहले भी गर्भवती को प्रसव पीड़ा हुई थी, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां महिला ने एक और बच्चे को जन्म दिया। डॉक्टरों ने एहतियातन मां बेटी की कोरोना जाँच तो दोनों एक बार फिर से संक्रमित निकले और 1 दिन के मासूम ने 18 नवंबर को दम तोड़ दिया। डॉक्टरों का कहना है कि अभी तक कोरोना संक्रमित करीब 45 महिलाओं ने यहां बच्चों को जन्म दिया। लेकिन इन दो मासूमों की कोरोना संक्रमित होने से मौत हुई है।
प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर
प्रदेश में गुरुवार को 2149 कोरोना के नए संक्रमित मिले हैं। रायपुर में 248 मरीजों की पहचान की गई है। रायपुर में दो समेत 17 मरीजों की मौत भी हुई है। पिछले 24 घंटे में 1323 मरीज ठीक हुए हैं। अब प्रदेश में कोरोना से मरने वालों की संख्या 2673 व रायपुर में 637 पहुंच गई है। प्रदेश में पॉजिटिव केस 217564 है, जिसमें एक्टिव केस 19421 है। रायपुर में संक्रमितों की कुल संख्या 44131 है, जिसमें 7281 लोगों का इलाज चल रहा है। बुधवार को 4 नवंबर के प्रदेश में 2 हजार से ज्यादा नए मरीज मिले हैं। वहीं रायपुर में भी 23 अक्टूबर के बाद मरीजों की संख्या 200 पार कर गई। विशेषज्ञों के अनुसार ठंड व त्योहारी सीजन में जरूरी ऐहतियात न बरतने के कारण लोग कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं। ठंड में नए केस की संख्या में बढ़ोत्तरी होगी। इसलिए अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड की संख्या बढ़ाई जा रही है। ताकि गंभीर मरीजों को समय पर ऑक्सीजन व वेंटीलेटर मिल सके।
रायपुर में रोजाना 5344 सैंपल लेने का लक्ष्य है, लेकिन अभी 2000 सैंपल ही लिए जा रहे हैं। इसमें आरटीपीसीआर जांच के लिए 770, ट्रू नॉट के लिए 320 व एंटीजन के लिए 2454 सैंपल शामिल हैं।