कोरबा। CBI की की टीम पिछले कई दिनों से SECL में जांच कर रही है। गेवरा खदान के बाद अब सीबीआई दीपका खदान पहुंच गई है। लगातार जांच जारी है, वहीं जनसंपर्क अधिकारी का कहना है कि CBI कोल स्टॉक की जांच पड़ताल करने पहुंची है। बता दें गेवरा न सिर्फ SECL बल्कि एशिया की सबसे बड़ी ओपन कास्ट कोल माइंस है। दीपका भी देश की सबसे बड़ी खुली कोयला खदानों में शुमार है। CBI टीम शुक्रवार को जिले में पहुंची थी।
जिले के खदानों में बीते वित्तीय वर्ष में गेवरा खदान से 47.6 तो दीपिका से 35 मिलियन टन कोयले का उत्पादन हुआ है। इससे जुड़ी जानकारी SECL ने दी है। जिले की इन खदानों से देशभर के पावर प्लांट को कोयले की सप्लाई की जाती है, जिससे बिजली का निर्माण होता है। CBI की टीम यहां कोयले के स्टॉक की जांच करने पहुंची है। ? इस दिशा में ही स्टॉक की जांच होती है की रिकॉर्ड में जितना कोयला एसईसीएल के अफसरों ने दर्शाया है वास्तव में वह उपलब्ध है या नहीं?
जो कोयला खदानों से डिस्पैच किया गया वह अपने गंतव्य तक उसी मात्रा में पहुंचा या नहीं? इसके साथ ही खदानों में अनुमानित कोयले का मेजरमेंट कितना है। CBI टीम कई दिनों तक कोरबा जिले में है, लेकिन कोई भी जानकारी जारी नहीं की गई है। जांच किन बिंदुओं पर की जा रही है? इन सवालों के जवाब नहीं दिए गए हैं। न तो किसी भी तरह की जानकारी सार्वजनिक की गई है।
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